क्या नदियों में मिल रहे शवों से और बढ़ेगा कोरोना संक्रमण?
देश में लंबे वक्त से हिंदू- रिवाजों के अनुसार शवों का अग्नि संस्कार करने की प्रथा रही है। लेकिन कुछ राज्यों में एक विशेष तिथि पर अग्नि संस्कार ना करके शवों को जल में प्रवाह किया जाता है। बीते 2 महीनों से देश में मरने वालों की संख्या बहुत बढ़ गई है। जिसका आंकड़ा शायद ही राज्य या केंद्र सरकार के पास मौजूद हो। इसी के साथ बढ़ गया है नदियों में शवों का प्रवाह, जिससे आशंकाएं उत्पन्न होने लगी हैं कि क्या इन लाशों से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा और बढ़ सकता है?
आइये जानते हैं इस पर एक्सपर्टस् का क्या मनना है…
इस विषय पर जब एक्सपर्टस् से उनकी राय मांगी गई तो उनका कहना था कि जांच में अभी तक ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला है, जिससे यह माना जा सके कि पानी के जरिए वायरस फैलता है। इसलिए डरने की जरुरत नहीं है। हालांकि जानकारों की ओर से यह चेतावनी भी दी गई है कि गंदा पानी पीने पर पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए पानी को उबाल कर पीनी ज्यादा बेहतर होगा।
आपको बता दें बीते कई दिनों से एक के बाद एक कई जिलों की नदियों से सैकड़ों शव बरामद किए जा चुके हैं। जिससे लोगों में डर पैदा हो गया था। कि कहीं पानी के द्वारा संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ ना जाए। लेकिन विशेषज्ञों ने इस तथ्य का खंडन करते हुए कहा कि कोरोना वायरस पानी में नहीं फैलता हैं, संक्रमण की वजह से नहर, नदियों को खतरा नहीं है और ना ही वहां का पानी से कोई खतरा बढ़ेगा।