बंगाल चुनाव : महिला मतदाताओं के दम पर होगा बंगाल का खेला?
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बंगाल में चुनावी घमासान का शोर इतना ज्यादा हो रहा है, जिसकी गूंज पूरे देश में सुनाई दे रही है. वैसे तो देश के पांच राज्यों में चुनाव हो रहे है, लेकिन सबकी नजरें बंगाल चुनाव पर टिकी है. वहीं बंगाल चुनाव जीतने के लिए बेताब बीजेपी ने अपने सभी सियासी सूरमाओं को मैदान में उतार रखा है. इसके साथ ही इस बार महिलाओं को लुभाने के लिए तमाम राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी तरफ से पूरी ताकत झोंक रखी है। हालांकि इस बार बंगाल की महिलाएं किसका साथ देंगी ये तो चुनावी नतीजे आने के बाद ही पता चलेगा।
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पिछले दो चरणों में महिलाओं ने की बंपर वोटिंग
आपको बता दें कि बंगाल में अब तक दो चरण के मतदान हो चुके हैं और मंगलवार को तीसरे चरण के लिए वोटिंग होनी है. पहले दो चरण की बात करें तो पिछले दो चरणों के चुनाव में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और वोटिंग की। जिससे एक बात तो साफ हो गई है कि बंगाल की महिलाएं अब सिर्फ घर तक सिमित नहीं रहना चाहती है। बल्कि लोकतंत्र के इस सबसे बड़े महापर्व में मर्दों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहती हैं। इसी मुख्य वजह से इस बार के चुनाव में महिला वोटरों ने इतनी बड़ी संख्या में वोट किया है।
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पिछले साल के मुताबिक लिंगानुपात में हुई बढ़ोत्तरी : चुनाव आयोग
चुनाव आयोग के आंकड़ों को अगर देखें तो पता चलता है कि बंगाल में 49 फीसदी से ज्यादा महिला वोटर हैं. वहीं चुनाव आयोग की तरफ से प्रकाशित की गई मतदाता सूची के मुताबिक पिछले साल की तुलना में प्रदेश में लिंगानुपात 956 से बढ़कर 961 हो गई है। वही इस मामले में राजनीतिक जानकारों की मानें तो महिलाओं का इतनी बड़ी संख्या में चुनाव में भाग लेना निर्णायक साबित हो सकता है. बंगाल में कुल मतदाताओं की संख्या 7 करोड़ 32 लाख 94 हजार 980 है, जिसमें से पुरुष वोटरों की संख्या 3 करोड़ 73 लाख 66 हजार 306 है, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 3 करोड़ 59 लाख 27 हजार 84 है. इन आंकड़ों के लिहाज से अगर बात करें तो महिलाएं किसी भी दल की सरकार बनाने और गिराने का भी दम रखती हैं। लिहाजा इसी बात को ध्यान में रखते हुये सभी दल महिलाओं को अपने पाले में करने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं। महिला वोटरों की ताकत का एहसास इस बात से समझ सकते हैं कि खुद बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री बीएल संतोष ने ट्वीट कर कहा कि बिहार की तरह यहां भी महिला मतदाता बीजेपी को जीत का परचम लहराने में मदद करेंगी।
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महिला वोटरों को लुभाने के लिए बीजेपी ने जारी किया था खास घोषणापत्र
इस चुनाव में महिला वोटरों को लुभाने के लिए बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में महिलाओं के लिए कई खास लोक लुभावन वादे किए है।
1 . जिसमें सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण
2 . विधवाओं की पेंशन में वृद्धि
3 . महिलाओं को मुफ्त परिवहन सेवा
4 . केजी से लेकर पीजी तक महिलाओं को मुफ्त शिक्षा देने का वादा मुख्य रूप से हैं.
इन वादों के जरिए बीजेपी महिला वोटरों को लुभाने की भरपूर कोशिश कर रही है. ताकि चुनावी नतीजे को बीजेपी के पक्ष में किया जा सके. जबकि दूसरी तरफ अगर टीएमसी की बात करें तो वो भी बीजेपी से पीछे नहीं है. वो भी अपने 10 साल के कार्यकाल में महिलाओं के लिए किए गए कामों को लेकर जनता के बीच में जा रही है और उन्हें भुनाने की कोशिश कर रही है.
गौरतलब है कि बंगाल का रण जीतने के लिए बीजेपी तमाम जोड़ घटाव कर रही है. वहीं दूसरी तरफ टीएमसी अपना किला बचाने के लिए महिलाओं के लिए किये गये पिछले 10 सालों के काम को गिनवा रही है। माना ये भी जाता रहा है कि बंगाल की महिलाएं ममता बनर्जी का खुलकर सपोर्ट करती हैं। लिहाजा महिलाओं वोटरों को लुभाना टीएमसी के लिये आसान होगा। लेकिन ऐसे में अगर ममता महिलाओं को लुभाने फेल साबित होती है तो बीजेपी इन महिलाओं को अपने पाले में करने में कामयाब रहेगी जोकि महिलाओं का वोट बीजेपी के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं होगा. ऐसे में देखना होगा कि इस चुनाव में महिलाएं किसके ऊपर मेहरबान होती है. महिला वोटर दीदी के साथ बनी रहेंगी. या फिर भगवा पताका बंगाल में फहराने में साथ देंगी.