July 8, 2024

साबरमती सहित कई नदियों के पानी में भी पाया गया कोरोना

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नेशनल डेस्क

कोरोनावायरस की दूसरी लहर से अब देश धीरे-धीरे ऊबर रहा है। लेकिन संकट अभी पूरी तरीके से टला नहीं है। हालांकि अब रोजाना एक लाख से कम संक्रमित मामले और 2 हजार से कम मौत का आंकड़े सामने आ रहे है। जिसके चलते पहले की अपेक्षा देश की स्थिति अब बेहतर हो चुकी है। लेकिन कोरोना को लेकर हर दिन कुछ न कुछ नए खुलासे जरूर हो रहे हैं। अब एक ऐसा ही मामला गुजरात से सामने आया है। जहां पर नदियों में कोरोना वायरस पाया गया है। आपको बता दें कि गुजरात की सबसे महत्वपूर्ण नदी साबरमती के पानी का सैंपल लिया गया, जिसमें जांच के बाद कोरोना संक्रमण पाया गया।

इसके अलावा अहमदाबाद के 2 बड़े तालाब कांकरिया और चंदेला में भी कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए हैं। आपको बता दें कि साबरमती से पहले गंगा नदी से जुड़े अलग-अलग सीवेज में भी कोरोना वायरस पाया गया था। अब ऐसे में प्राकृतिक जल में इस तरह कोरोना के लक्षण मिलने से चिंताएं बढ़ गई हैं।

दरअसल IIT गांधीनगर ने अहमदाबाद की साबरमती से जांच के लिए पानी का सैंपल लिया और उसके बाद अध्ययन किया, जहां पानी के सैंपल में कोरोना वायरस की मौजूदगी पाई गई।

इस रिसर्च को लेकर IIT गांधीनगर के प्रोफेसर मनीष कुमार ने बताया कि पानी का यह सैंपल 3 सितंबर से 29 दिसंबर 2020 तक हर सप्ताह लिए गए थे। सैंपल लेने के बाद इसकी जांच की गई तो पानी में कोरोना वायरस के संक्रमित जीवाणु पाए गए। प्रोफेसर के अनुसार साबरमती नदी से 694, कांकरिया तालाब से 549 और चंदोला तालाब से 402 सैंपल लेकर उसकी जांच की गई। जिनमें कोरोना वायरस पाया गया है, जो बेहद खतरनाक बताया जा रहा है।

वही शोधकर्ताओं का मानना है कि वायरस प्राकृतिक जल में भी जीवित रह सकता है। इसीलिए देश के सभी प्राकृतिक जल स्रोतों की जांच होनी चाहिए। क्योंकि कोरोना की इस लहर में वायरस के कई गंभीर म्यूटेशन भी देखने को मिले हैं।

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