July 3, 2024

बिग ब्रेकिंग : एंटीलिया मामले में पूर्व कमिश्नर परमबीर पर भी लटक सकती है NIA की तलवार, पूछताछ जारी

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 नमन सत्य ब्यूरो

बीते दिनों से महाराष्ट्र में एक से बढ़ कर एक कई बड़ी साजिशों से पर्दा उठ रहा है। फिर चाहे वो मामला सिचिन वाजे, परमबीर सिंह और अनिल देशमुख के भ्रष्टाचार में लिप्त होने का हो या फिर एंटीलिया केस का हो। आपको बता दें कि बीते दिनों मुंबई में एंटीलिया के पास मिले विस्फोटक सामान, और उसके कुछ दिनों बाद ही कार के मालिक मनसुख हिरेन के हत्याकांड मामले में मंबई पुलिस ने अधिकारी सचिन वाजे को निलंबित कर दिया गया था। जिसके बाद सचिन को 7 अप्रैल तक के लिए NIA रिमांड पर भेज दिया गया था। वहीं दूसरी तरफ अब इस मामले में सचिन और अनिल देशमुख के बाद पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर की भी मुसीबतें बढ़ती जा रही है। क्योंकि बुधवार को NIA  ने मुंबई पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर को NIA ऑफिस बुलाया है औऱ अब उनसे पूछताछ की जा रही है। माना ये भी जा रहा है कि NIA परमबीर से एंटीलिया मामले सहित अन्य मामलों में भी पूछताछ कर सकती है। वहीं कुछ पुलिसिया सुत्रों की मानें तो इस मामले में जल्द ही परमबीर की भी गिरफ्तारी कि जा सकती है।

परमबीर के मौखिक निर्देशों पर काम कर रहा था वाजे : पुलिस आयुक्त हेमंत

मुंबई के पुलिस आयुक्त हेमंत नागराले ने सचिन वज़े की बहाली और मुंबई सीआईयू, अपराध शाखा में उनके नौ महीने के कार्यकाल के बारे में महाराष्ट्र गृह विभाग को एक रिपोर्ट सौंपी है। इस रिपोर्ट में सचिन के पूरे 9 महीने  के कार्यकाल के बारे बताया गया है। इसके साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि सचिन वाजे उस वक्त के तत्कालीन पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के मौखिक निर्देशों पर कार्य करते थे।

रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि परम बीर सिंह के मौखिक निर्देशों पर सचिन को क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट से जोड़ा गया था। उसके आगे नागराले ने बताया कि सचिन कई अन्य अधिकारियों को दरकिनार करते हुए सीधे परमबीर को रिपोर्ट कर रहे थे।

क्या था पूरा मामला

मशहूर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक पदार्थ  से लदी स्कॉर्पियो बरामद हुई थी। जिसके बाद इस मामले की पड़ताल की गई तो पता चला की कार के मालिक का नाम मनसुख हिरेन है। वहीं जब इस मामले में NIA  ने अपनी पड़ताल आगे बढ़ाई तो पता चला कि मनसुख की तरफ से पहले ही कार की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करा रखी है। हालांकि इस घटना के कुछ दिन बाद ही मनसुख की हत्या का मामला सामने आया। जिसके तार NIA को मुबंई पुलिस अधिकारी सचिन वाजे से जुड़ते देखाई दिये। जिसके बाद NIA ने सचिन को गिरफ्तार कर लिया और फिर उससे पूछताछ की जाने लगी। उसी बीच सचिन की गिरफ्तारी देख पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर ने मुख्यमंत्री को एक गुप्त खत लिखा था। जिसमें अनिल देशमुख पर कई गंभीर आरोप लगाये गये थे। अब एक बार फिर इस मामले में NIA  ने परमबीर को बुधवार को तलब किया है. माना जा रहा है कि NIA परमबीर से सचिन और अनिल देशमुख मामले में गहनता से पूछताछ भी कर सकती। वहीं सूत्रों का कहना तो ये भी है कि बहुत जल्द NIA  की तलवार परमबीर पर भी लटक सकती है।

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