क्रिकेटर ना होते तो मछुवारे बन जाते गावस्कर, जन्मदिन पर जानिए सुनील की जिंदगी से जुड़ी रोचक बातें
स्पोर्ट्स डेस्क
10 जुलाई की तारीख भारतीय क्रिकेट के लिए बेहद ही खास दिन है, क्योंकि इस दिन भारत के सर्वकालिक महान बल्लेबाज और ओपनर का जन्म हुआ था। जिनका नाम सुनील मनोहर गावस्कर है।
सुनील गावस्कर भारत के पूर्व खिलाड़ी, कप्तान और ओपनर रहे चुके हैं। वह अपने युग में क्रिकेट के सबसे महान बल्लेबाजों कि श्रेणी में सबसे ऊपर के पायदान पर हुआ करते थे। गावस्कर का जन्म 10 जुलाई 1949 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था।
वहीं गावस्कर ने भारत के लिए खेलते हुए कई कीर्तिमान स्थापित किए है। उन्होंने विश्व क्रिकेट में लगातार तीन 3 साल में तीन बार 1 हजार से ज्यादा रन बनाने का कीर्तिमान रचा है। गावस्कर ने अपने क्रिकेट जीवन में 125 टेस्ट में 10,122 रन बनाए हैं। जिसमें 34 शतक और 45 अर्धशतक शामिल है। वही वनडे क्रिकेट में उन्होंने 108 मैच खेलते हुए 3,092 रन बनाए हैं। जिसमें 1 शतक और 27 अर्धशतक शामिल है। गावस्कर ने 1971 से 1987 तक भारतीय क्रिकेट के लिए सेवाएं दी। उन्होंने 6 मार्च 1971 को भारत के लिए टेस्ट में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू किया। इसके अलावा 13 जुलाई 1974 इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने एकदिवसीय मैच खेलना शुरू किया। जबकि आखिरी टेस्ट उन्होंने 13 मार्च 1987 को पाकिस्तान के खिलाफ खेला, वहीं आखिरी वनडे 5 नवंबर को इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। इस दौरान गावस्कर ने रनों का अंबार लगा दिया। टेस्ट क्रिकेट में उनका बैटिंग एवरेज 50 के ऊपर रहा, तो वनडे में भी 35 के ऊपर एवरेज से उन्होंने रन बनाए। वहीं गावस्कर के कैरियर से जुड़ी एक बेहद ही दिलचस्प और गौरवान्वित करने वाली कहानी है। दरअसल सुनील गावस्कर ने जब अपनी पहली टेस्ट सीरीज खेली तो उन्होंने चार मैचों की श्रृंखला में रिकॉर्ड 774 रन बना दिए थे। जिसमें लगातार 3 शतक शामिल थे। वहीं एक दोहरा शतक भी गावस्कर ने लगाया था। वेस्टइंडीज के विरुद्ध बनाए गए इस कीर्तिमान के बाद गावस्कर पूरी दुनिया में छा गए। क्योंकि कैरीबियन गेंदबाजी के आगे इतनी निर्भीकता से बल्लेबाजी करना किसी आम बल्लेबाज के लिए आसान नहीं था। उसके बाद से ही गावस्कर दुनिया में छा गए और अगले कई सालों तक उन्होंने टेस्ट क्रिकेट पर अकेले राज किया और दुनिया के पहले बल्लेबाज बने। जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रनों का आंकड़ा छुआ। इस दौरान यह बेहद दिलचस्प बात रही कि, गावस्कर कई सालों तक बिना हेलमेट लगाए हुए वेस्टइंडीज के मैलकम मार्शल, कर्टली एंब्रोस, माइकल होल्डिंग और ऐंडी रॉबर्ट्स जैसे गेंदबाज को निर्भीकता से खेलते रहे। इसके साथ ही गावस्कर ने इनके खिलाफ जमकर रन भी बनाए।
क्रिकेटर ना होते तो मछुवारे बन जाते गावस्कर
सुनील गावस्कर के बचपन से जुड़ी एक बेहद शानदार घटना है, दरअसल यह घटना सुनील गावस्कर के साथ अस्पताल में हुई, जिसने उनकी पूरी जिंदगी बदल दी और शायद इसी वजह से वो क्रिकेटर भी बन पाए। सुनील गावस्कर ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में बताया कि, मैं कभी क्रिकेटर नहीं बना होता और ना ही यह किताब लिखी गई होती, अगर मेरी जिंदगी में तेज नजरों वाले नारायण मासुरकर नहीं होते। गावस्कर ने बताया कि जब मैं अस्पताल में था तो मेरे जन्म के साथ ही मेरे कान पर एक बर्थ मार्क था जिसे नारायण काका ने देखा था। हालांकि जब वह अगले दिन अस्पताल मुझे देखने आए तो उन्होंने जिस बच्चे को गोद में उठाया उस बच्चे के कान पर वह निशान नहीं मिला। इसके बाद काका ने पूरे अस्पताल में हंगामा मचा दिया। जिसकी वजह से अस्पताल के सभी बच्चों को चेक किया गया और बाद में मुझे किसी मछुआरे की पत्नी के पास सोता हुआ पाया गया। दरअसल अस्पताल में नर्स ने गलती से मुझे वहां सुला दिया था। ये गलती नर्स से बच्चों को नहलाते समय हुई थी। जिसकी वजह से मैं अपनी मां से दूर दूसरी जगह पर चला गया था। उस दिन अगर काका ने ध्यान नहीं दिया होता, तो हो सकता था कि, मैं आज मछुआरा होता।
वहीं आपको बता दें कि सुनील गावस्कर आज 72 साल के हो गए है, क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद गावस्कर न्यूज़ चैनल पर क्रिकेट विश्लेषक के तौर पर दिखाई देते रहते हैं। इसके अलावा वह क्रिकेट कमेंट्री भी करते रहते हैं। गावस्कर की निजी जिंदगी देखी जाए तो, उनकी शादी मार्शलीन से हुई है। जिनसे एक बेटा रोहन गावस्कर है। वहीं सुनील गावस्कर की लव स्टोरी काफी दिलचस्प है, फिलहाल उसकी कहानी हम आपको किसी और दिन बताएंगे, क्योंकि आज अपने लिटिल मास्टर को जन्मदिन विश करने का दिन है, तो, हैप्पी बर्थडे The Little Master सुनील गावस्कर।