भारत में कोरोना के नए वेरिएंट डेल्टा प्लस का खतरा बरकरार, वैज्ञानिकों ने फिर किया सचेत
नेशनल डेस्क
कोरोनावायरस के नए वेरिएंट को लेकर लगातार देश में तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है। जिसको लेकर लगातार भारत और अमेरिका समेत कई देशों के वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के नए वैरीएंट को लेकर चिंता जाहिर की है। एक्सपर्ट के अनुसार भारत में तीसरी लहर के दौरान कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट काफी घातक साबित हो सकता है। क्योंकि डेल्टा प्लस वेरिएंट पुराने कोरोनावायरस के मुताबिक बहुत तेजी से फैलता है और इसके संक्रमण में बहुत तेजी से लोग आते हैं। ऐसे में डेल्टा प्लस वैरीएंट को खत्म करना बेहद चुनौतीपूर्ण होगा। इस दौरान एक्सपर्ट ने कहा कि अगर किसी भी देश को डेल्टा प्लस वैरीएंट के संक्रमण से बचना है तो ऐसे में जल्द से जल्द वैक्सीनेशन पर जोर देना होगा। इसके साथ ही एक्सपर्ट ने कहा कि देश में कई ऐसी वैक्सीन मौजूद है जो कोरोना के नए वेरिएंट डेल्टा प्लस पर कारगर है।
भारत में डेल्टा प्लस वेरिएंट के 22 केस मौजूद, 3 राज्यों पर अधिक खतरा
आपको बता दें कि भारत में अब तक कोरोना के नए वेरिएंट डेल्टा प्लस के 22 केस मौजूद हैं। इसके साथ ही देश में कोरोना के नए वैरीएंट का खतरा 3 राज्यों पर ज्यादा घातक साबित हो सकता है। जिसमें महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और केरल शामिल हैं। फिलहाल महाराष्ट्र के रत्नागिरी और जलगांव में डेल्टा प्लस वैरीएंट के 16 केस मौजूद हैं। इसके अलावा छह अन्य केस मध्य प्रदेश और केरल में पाए गए हैं।
डबल म्युटेंट स्ट्रेन बना डेल्टा प्लस वेरिएंट
आइए अब आपको बताते हैं कि डेल्टा प्लस वेरिएंट दरअसल है क्या? दरअसल भारत में पाए गए कोरोनावायरस के डबल म्युटेंट स्ट्रेन B.1.617.2 को डब्ल्यू एच ओ की तरफ से डेल्टा का नाम दिया गया है। इसके अलावा देश में पहले से मौजूद K417N वायरस को मिलाकर नया वैरीएंट बना। जिसे डेल्टा प्लस वेरिएंट कहा गया है।