वसीयत चढ़ाने के नाम पर लेखपाल ने मांगे 5 हजार, गिरफ्तार
अतुल कुमार, इटावा
एक तरफ प्रदेश के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ प्रदेश में भ्रष्टाचार की रोकथाम के लिए तमाम कोशिशें कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ सरकारी कर्मचारी घूस लेने से बाज नहीं आ रहे। ताजा मामला जनपद इटावा के सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। जहां कुछ दिन पहले प्रमोद गुप्ता नामक युवक के पिता का निधन हो गया। जिसके चलते प्रमोद का वसीयत में नाम नहीं चढ़ सका था। लिहाजा प्रमोद ने वसीयत चढ़ाने के लिए लेखपाल अरुण से संपर्क किया। उस दौरान प्रमोद ने लेखपाल को अपनी आपबीती सुनाई। तब लेखपाल ने प्रमोद से वसीयत चढ़ाने के नाम पर 5000 रुपए की मांग कर दी। जब प्रमोद ने लेखपाल को घुस देने से मना कर दिया तब लेखपाल प्रमोद को इधर उधर बातों में घुमाने लगा। जिसके बाद प्रमोद ने इस बात की जानकारी एंटी करप्शन टीम को दी। और उसके बाद यहां से एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को गिरफ्तार करने के लिए अपना जाल बिछाना शुरू कर दिया।
एंटी करप्शन टीम की प्लानिंग के अनुसार प्रमोद ने लेखपाल को 5000 रुपए देने के लिए हां कर दी और उसके बाद लेखपाल को एसपी ऑफिस के बाहर पैसे देने के लिए बुलाया गया। जहां मौके पर सादे कपड़ों में पहले से ही मौजूद एंटी करप्शन का दस्ता लेखपाल को गिरफ्तार करने के लिए खड़ा था। लेखपाल के मौके पर पहुंचते ही प्रमोद ने लेखपाल को जैसे ही पैसे दिए। तभी मौके पर मौजूद एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को रंगे हाथ घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल मामले में अधिकारियों ने लेखपाल की गिरफ्तारी के बाद आगे की कार्रवाई शुरू कर दी