सरकार को लगा पोलियो, मेडिकल सिस्टम हुआ अपाहिज
स्पेशल डेस्क/ नमन सत्य न्यूज
बिहार में पिछले कुछ दिनों से मेडिकल व्यवस्था लगातार सवालों के घेरे में है। ऐसे में एक बार फिर बिहार से एक तस्वीर सामने आई है जिसमें एक उपस्वास्थ्य केंद्र पर लोगों को इलाज मुहैया कराने की जगह वहां जानवरों को पालन-पोषण किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार मधुबनी जिले के खजौली गांव स्थित सुक्की उपस्वास्थ्य केंद्र लंबे समय से बंद पड़ा है। जिसके चलते अब इस उपस्वास्थ्य केंद्र पर ग्रामीणों ने अपना कब्जा भी जमा लिया है। अब इस स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों का नहीं बल्कि जानवरों का डेरा डल चुका है। अब इसे ग्रामीणों ने गौशाला का रूप भी दे दिया है। और लोग यहां अपनी गाय बांधते हैं और उन्हें चारा खिलाते हैं।
स्थानीय ग्रामीणों ने लगाए आरोप
ग्रामीणों की मानें तो इस स्वास्थ्य केंद्र पर नर्स को हफ्ते में दो बार पहुंचना अनिवार्य है। बावजूद इसके पिछले 1.5 साल से इस स्वास्थ्य केंद्र पर कोई झांकने तक नहीं पहुंचा। लिहाजा इस उपस्वास्थ्य केंद्र का यह हाल हुआ है। अगर हफ्ते में दो बार नर्स यहां मौजूद होती तो शायद स्वास्थ्य केंद्र की हालत ऐसे नही होती। वही ऐसे में अगर किसी ग्रमीण की सेहत ज्यादा खराब होती है तो उन्हे मजबूरन अपना इलाज निजी अस्पतालों में करवाना पड़ता है। क्योंकि यहां के सरकारी मेडिकल सिस्टम को खुद ही मेडिकल ट्रीटमेंट की आवश्यकता है।
सुअर, बकरी और गाय ने डाला डेरा
इस स्वास्थ्य केंद्र पर आलम गौशाला तक होता तो भी ठीक था। लेकिन इसकी हालत तो एक कचरे घर से भी बदतर हो चुकी हैं। यहां भारी संख्या में सूअर, बकरी और गाय घूमते हुए नजर आते हैं। इन सबके बीच अब बड़ा सवाल ये भी खड़ा होता है कि आखिरकार बिहार की सरकार को पोलियो कैसे लग गया? जिसके चलते बिहार का मेडिकल सिस्टम ही अपाहिज हो चुका है। इस वीडियो को देखने के बाद उम्मीद यह भी है कि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे अब तो अपनी नींद से उठेंगे और स्वास्थ्य सेवा पर ध्यान देंगे।