लंबे आंदोलन से ऊबने लगे किसान, दिल्ली सीमाओं पर भीड़ कम…

दिल्ली ब्यूरो
किसान आंदोलन को करीब तीन महीने हो चुके हैं। देश की सड़कों पर भीड़ को जुटाने के लिए किसान नेता कई रणनीति बना चुके हैं लेकिन अब जो तस्वीर सामने देखने को मिला है उससे तो पता चलता है कि अब किसान आंदोलन खात्मे की ओर जा रही है।लंबे आंदोलन से ऊबे किसानदेश की सड़कों पर अपनी मांगों को लेकर बैठे किसानों की संख्या में कमी देखने को मिल रहा है। अगर दिल्ली बॉर्डर की बात कि जाए तो यहां पहले की जैसे भीड़ नहीं देखने को मिल रहा है । किसानों की संख्या धीरे-धीरे घट रही है। और दूसरी और टेंट भी खाली पड़े दिखे। जिससे अंदाजा यही लगाया जा सकता है कि अब आंदोलन धीरे-धीरे खात्मे की ओर बढ रहा है। या तो आप यह कह सकते हैं कि लंबे समय से बैठे किसान अब पूरी तरह से ऊब चुके है।
ट्रैक्टर परेड के बाद से टूटता आंदोलन
किसान के ट्रैक्टर परेड के बाद से आंदोलन धीरे-धीरे टूटता जा रहा है। ट्रैक्टर परेड के समय जो दिल्ली में कांड हुआ उसके बाद आंदोलन में एकदम से कमी आई यानी की कुछ किसान संगठनों ने तो आंदोलन खत्म करने की बात कर दी थी। और अपनी टेंट को भी उखाड़ लिया था। लेकिन अचानक किसान नेता राकेश टिकैत के भावुक होने के बाद किसानों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ गया था। लेकिन अब किसान लगता है कि लंबे आंदोलन के चलते वो ऊब चुके हैं क्योंकि अब पहले के जैसे भीड़ दिखाई नहीं दे रही है। वहीं दूसरी ओर लंगरों में लगने वाली लंबी-लंबी लाईने भी खत्म होते नजर आ रहे हैं।