CM केजरीवाल ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से की मुलाकात, BJP पर साधा निशाना
बुधवार को मुंबई दौरे पर गए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से की। इस दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, आप सांसद संजय सिंह व राघव चढ्ढा भी मौजूद रहें। मुलाकात के बाद दोनो पार्टियों के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और मोदी सरकार पर जमकर तंज कसा। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान CM केजरीवाल ने केंद्र द्वारा दिल्ली सरकार के खिलाफ लाए गए अध्यादेश का मुद्दा उठाया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उद्धव ठाकरे ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि आने वाला साल चुनाव का साल है और अगर इस चुनाव में ट्रेन छूट गई तो अगले पांच सालो में प्रजातंत्र खत्म हो जाएगा। आगे उन्होने कहा कि अगर प्रजातंत्र को बचाना है तो सभी पार्टियों को एकजुट होना होगा। विपक्ष हम नही हैं, विपक्ष सत्ता में बैठी पार्टी है। हम सभी देश से प्रेम करने वाली पार्टी हैं जबकि सत्ता में बैठी पार्टी लोकतंत्र को खत्म करने में लगी है।
दिल्ली के CM केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मोदी सरकार पूरी तरह तानाशाही कर रही है। केंद्र सरकार अध्यादेश लाकर दिल्ली सरकार से उसकी शक्तियां छीनना चाहती है। हमने कोर्ट में 8 साल लड़ाई लड़कर अपनी शक्तियां वापस ली थी लेकिन केंद्र ने तानाशाह रवैया अपनाते हुए अध्यादेश जारी कर दिया और वापस से दिल्ली सरकार की शक्तियां छीन ली। आगे केजरीवाल ने कहा कि भाजपा के नेता सुप्रीम कोर्ट के आदेशों को भी नही मानते हैं और जजों को गालियां भी देते हैं। केजरीवाल ने आगे कहा कि जिन राज्यों में भाजपा की सरकार नही है वहां की सरकार के MLAs खरीदकर, CBI या ED का डर दिखाकर उनकी सरकार गिरा देते है या अध्यादेश लाकर उनकी शक्तियां छीन लेते हैं।
वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मोदी सरकार में लोकतंत्र खतरे में है। इलेक्टेड की जगह सेलेक्टेड लोग सरकार चला रहे हैं। जबकि लोकतंत्र का मतलब है इलेक्टेड लोगो द्वारा सरकार को चलाना। आगे उन्होने कहा कि राजभवन बीजेपी के हेड ऑफिस बन गए हैं और गवर्नर भाजपा के स्टार कैंपेनर बन गए हैं। ऐसे में हमें लोकतंत्र को बचाने के लिए एकजुट होना होगा।