सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का मंत्री पद से इस्तीफा, कैलाश व राजकुमार को मिले अतिरिक्त विभाग
रविवार को शराब नीति मामले में 8 घंटे की पूछताछ के बाद CBI ने सिसोदिया को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद सोमवार दोपहर करीब ढाई बजे CBI ने उन्हें दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में 5 दिन की रिमांड मांगने के लिए पेश किया था, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था।
कोर्ट के इस फैसले से नाखुश मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, लेकिन दिल्ली के डिप्टी CM मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिली है। सिसोदिया की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट उन्हे कोर्ट ने उन्हें हाईकोर्ट जाने की सलाह दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- CJI जस्टिस DY चंद्रचूड़ ने कहा- आपको हाईकोर्ट जाना चाहिए था, सीधे सुप्रीम कोर्ट से जमानत क्यों मांग रहे हैं? यह ठीक परंपरा नहीं है। आम आदमी पार्टी ने इस फैसले पर कहा- हम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं। जमानत लेने के लिए अब हाईकोर्ट में याचिका दायर की जाएगी।
वही सुप्रीम कोर्ट द्वारा याचिका खारिज करने के बाद दिल्ली में केजरीवाल सरकार के दोनो मंत्रियों मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने पद से इस्तीफा दे दिया है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दोनों का इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है। इस्तीफा देने वाले दोनों ही नेता अलग-अलग मामलों में आरोपी हैं। हालाकि इस्तीफे की सही वजह अभी तक सामने नही आई है, लेकिन ऐसा मानना है कि सिसोदिया ने निष्पक्ष जांच के लिए अपना इस्तीफा दिया।
मनीष सिसोदिया के इस्तीफे के बाद उनके 18 विभागों को कैलाश गहलोत, राजकुमार आनंद, समेत 4 मंत्रियों के बीच बांटे जाएंगे। वर्तमान में मौजूद कैबिनेट के अलावा कोई भी नया मंत्री चेहरा कैबिनेट में शामिल नहीं किया जायेगा।