December 5, 2024

अमेठी : रामचरित मानस विवाद पर सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह का स्वामी प्रसाद मौर्य पर तंज

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रामचरित मानस पर सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से की गई टिप्पणी के बाद हर तरफ उनका विरोध हो रहा है। बीजेपी नेताओं के बाद अब सपा विधायक ने भी स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। जिले के गौरीगंज कस्बे में आयोजित भागवत कथा के समापन के दौरान पहुंचे सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने सनातन धर्म पर टिप्पणी करने वालों को विक्षिप्त बताया। स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम लिए बिना ही उन पर तंज कसते हुए कहा कि ऐसे लोगो का समाजवादी पार्टी में रहना दुर्भाग्यपूर्ण है।

गौरीगंज में 3 बार से सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने गुरुवार को कस्बे में आयोजित भागवत कथा के समापन के दौरान वहां मौजूद भीड़ को संबोधित किया और अपनी ही पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम लिए बिना ही कहा कि राजनीतिक रूप से विलुप्त होने वाले व्यक्तियों की बातों से आपका मन द्रवित हुआ है। उस नेता के मुंह से निकली बात मुझे भी कचोटने लगी है। उन्होंने सनातन धर्म की वकालत करते हुए कहा कि राज रहे या न रहे, विधायक रहूं या ना रहूं आगे टिकट मिले या ना मिले, लेकिन मैं सनातन धर्म के लिए सदैव खड़ा रहूंगा। विधायक ने कहा कि मैंने पहले भी कहा है कि जो इस तरीके की बात कर रहे हैं, वे न तो सनातनी हो सकते हैं, और न ही समाजवादी।  उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य पर तंज कसते हुए कहा कि भगवान राम ने निषाद राज का आलिंगन किया, अहिल्या का कल्याण किया, शबरी के जूठे बेर खाए, अगर उन पर कोई टिप्पणी कर रहा है तो वह केवल विक्षिप्त हो सकता है। उन्होंने कहा कि मुझे कोई चिंता नहीं है जब भी धर्म और आस्था पर कुठाराघात होगा तो सीना तान कर विरोध में खड़े हो जाएंगे।

विधायक ने कहा कि जिस व्यक्ति से आप लोगों की भावनाएं आहत हुईं हैं, मैं उस व्यक्ति की तरफ से क्षमा प्रार्थी हूं। उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य का नाम लिए बगैर उनकी सद्बुद्धि के लिए भगवान से प्रार्थना करने के बात भी कही। बता दें कि राकेश प्रताप सिंह समाजवादी पार्टी के गौरीगंज से विधायक हैं, वह लगातार तीसरी बार गौरीगंज विधानसभा से चुनाव जीतकर प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इसके पहले विधानसभा चुनाव के दौरान भी इलाके की 2 सड़कों को लेकर राकेश प्रताप सिंह चर्चा में रहे थे। दोनों सड़कों के फिर से निर्माण को लेकर वह विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर अनशन पर बैठ गए थे।

सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने अपने टि्वटर हैंडल पर लिखा है कि ‘मेरे लिए किसी भी पद, प्रतिष्ठा और धन से ज्यादा सनातन धर्म और संस्कृति की रक्षा और इसका प्रसार महत्वपूर्ण है, इसकी रक्षा के लिए सर्वस्व न्यौछावर कर दूंगा।

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