तुर्किए-सीरिया में नही थम रहा मौंतो का सिलसिला, भूकंप से बदहाल हालात
सोमवार को तुर्किये और सीरिया में आए 3 बड़े भूकंप के झटको के बाद दोनो देशों के हालात बेहद खराब है। मंगलवार को भी लगातार कई भूकंप के झटके महसूस किए गए जिसके बाद से दोनो देशों में अबतक 6000 से ज्यादा इमारतें गिर चुकी हैं और हजारो लोगो के मलबे के नीचे दबे होने की आशंका जताई जा रही है। मरने वालो की संख्या 5000 के पार जा चुकी है।
पहला भूकंप का झटका सोमवार को तुर्किये वक्त के मुताबिक, सुबह करीब चार बजे दर्ज किया गया जिसकी तीव्रता (7.8) दर्ज की गई, दूसरा करीब 10 बजे (7.6) तीव्रता का और तीसरा दोपहर 3 बजे (6.0) तीव्रता का आया। तब से लेकर मंगलवार दोपहर तक 243 आफ्टर शॉक्स दर्ज किए जा चुके हैं जिनकी तीव्रता 4 से 5 रही। तुर्की और सीरिया में भूकंप से तबाही जारी है। अब तक दोनों देशों में 5000 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। बचावकर्मी लगातार मलबे से घायलों और मृतको को निकाल रहे हैं। बचावकर्मी अबतक 15000 से ज्यादा लोगो को मलबे से निकाल चुके हैं। तुर्किये के 10 से ज्यादा जिलों में भारी तबाही हुई है। यहां 6,217 से ज्यादा इमारतें धराशायी हो गई हैं। सीरिया में भी भूकंप की वजह से ऐसे ही हालात हैं। सीरियाई सरकार की एजेंसी सना ने बताया है कि अलेप्पो शहर में कई ऐतिहासिक इमारतों को नुकसान पहुंचा है। UN के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक के मुताबिक नॉर्थ वेस्ट सीरिया में 224 इमारतें गिरी हैं और 325 को काफी नुकसान पहुंचा है। ऐसा कहा जा रहा है कि यहां एक हजार से ज्यादा बिल्डिंग को नुकसान पहुंचा है।
भारत भेज रहा तुर्की को मदद
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर जानकारी दी कि तुर्की को मदद दी जा रही है। C17 विमान के जरिए 50 से अधिक एनडीआरएफ कर्मी, विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वायड, ड्रिलिंग मशीन, राहत सामग्री, दवाएं और अन्य आवश्यक सुविधाएं और उपकरण अदाना, तुर्की पहुंचाए गए।