प्रधानमंत्री मोदी ने की छात्रों संग परीक्षा पर चर्चा, दिया परीक्षा में सफल होने का मंत्र
बोर्ड परीक्षा से पहले आज प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में छात्रो के साथ परीक्षा पर चर्चा कर रहे हैं, और छात्रो को परीक्षा के तनाव से निपटने का मंत्र दे रहे हैं। इस बार परीक्षा पर चर्चा में भाग लेने के लिए कुल 38 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन आए जोकि पिछले साल के 15 लाख के मुकाबले दोगुना से भी ज्यादा हैं।
चर्चा में 200 छात्र और शिक्षक भाग ले रहे हैं,जिसमें कला उत्सव प्रतियोगिता के लगभग 80 विजेताओं को सीधे पीएम मोदी से बात करने का मौका मिल रहा है। साथ ही मोदी शिक्षको और अभिभावको से भी बातचीत कर रहे हैं।
पीएम मोदी द्वारा परीक्षा पर चर्चा का सबसे पहला संस्करण 16 फरवरी 2018 को इसी स्टेडियम में आयोजित किया गया था, तबसे हर साल बोर्ड परीक्षा पहले प्रधानमंत्री मोदी इस चर्चा का आयोजन कराते हैँ और छात्रो को परीक्षा के तनाव और अन्य मुद्दो से संबंधित सवालो के जवाब देते हैं। राज्य के लगभग 5500 निजी और प्राइवेट विद्यालयों में यह कार्यक्रम संचालित हो रहा है। प्रदेश के विभिन्न स्कूलो के छात्र-छात्राओं के साथ ही राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने भी कार्यक्रम में भाग लिय़ा।
पीएम मोदी का छात्रो को परीक्षा में खास मंत्र
मोदी ने छात्रो को टाइम मैनेजमेंट पर खास सलाह दी। उन्होने कहा कि समय को लेकर हमें सिर्फ परीक्षा के दौरान ही नही बल्कि जीवन के हर स्तर पर जागरूक रहना चाहिए। पीएम मोदी ने छात्रो यह भी बताया कि वो जिस विषय में वो कमजोर हैं, उस पर छात्र खास ध्यान दे और उस विषय पर अधिक समय दें।
हावी न होने दें परीक्षा का दबाव- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि छात्र परीक्षा के दबाव में न रहे। बस विचार करे, कार्य करें और फिर जो आप चाहतें हैं उसके लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दें।
परिवार न डाले पढ़ाई का अनावश्यक दबाव-
पीएम मोदी ने कहा कि परिवारों को बच्चों से परीक्षा में उम्मीदें लगाना स्वाभाविक है, परन्तु यदि यह सिर्फ सामाजिक स्थिति बनाए रखने के लिए है तो हांनिकारक है।
यूपी समेत कई राज्यों के विद्यालयों में देखा गया पीएम मोदी की परीक्षा पर चर्चा का कार्यक्रम
परीक्षा पर चर्चा के दौरान पीएम ने कहा कि जीवन में आलोचनाएं जरूरी हैं क्योंकि आलोचनाओं से ही इंसान सीखता है और परिपक्व बनता है। चर्चा सुनने के बाद छात्र-छात्राओं ने कहा कि पीएम के गुरु मंत्र से हमें बहुत राहत मिली और मन का तनाव दूर हुआ है जिससे हम अब बेहतर तरीके से परीक्षा दे सकेंगे।