वैक्सीनेशन पर झूट बोल रही सरकार, दिसंबर 2021 तक नही हो पायेगा पूरा देश वैक्सीनेट

नमन सत्य ब्यूरो
देश में कोरोनावायरस की तीसरी लहर को लेकर डब्ल्यूएचओ ने सभी देशों की सरकारों को अलर्ट जारी किया है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट पहले से बेहद आक्रामक हो गया है। ऐसे में सभी देशों की सरकारों और आम नागरिकों को सतर्क और सचेत रहने की जरूरत है। हालांकि देश में अब तक 31 करोड लोगों को वैक्सीन की एक डोज लगाई जा चुकी है। वही देश में अब तक पूरी तरह से मात्र 8 करोड लोग ही वैक्सीनेट हो पाए हैं। ऐसे में नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन के मुखिया एनके अरोड़ा का कहना है कि वह देश में 18 साल से अधिक उम्र वाले लोगों को दिसंबर तक पूरी तरह से वैक्सीनेट कर लेंगे।
16 जनवरी को शुरू हुई थी वैक्सीनेशन प्रक्रिया
आपको बता दें कि देश में 16 जनवरी को पहला वैक्सीन लगाया गया था। वहीं गुरुवार 15 जुलाई को वैक्सीनेशन के 180 दिन यानी 6 महीने पूरे हो चुके हैं। ऐसे में अगर इसी रफ्तार से देश में वैक्सीनेशन होता रहा तो लोगों को वैक्सीनेट होने में लगभग 2 साल का इंतजार करना पड़ेगा। क्योंकि इस रफ्तार से 2023 तक देश के 130 करोड़ लोगों को वैक्सीनेट पूरी तरह से किया जा सकेगा। वही 18 साल से अधिक उम्र वाले लोगों की बात की जाए तो देश में अब तक केवल 33.5% लोगों को वैक्सीन की एक डोज दी जा चुकी है। पिछले 7 दिन में 18 साल अधिक उम्र वाले लोगों को रोजाना 37 लाख वैक्सीन के करीब लगाई जा रही है। अगर वैक्सीनेशन की प्रक्रिया इसी तरह से चलती रही 2 दिसंबर तक 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन की एक दोज ही लगाई जा सकेगी। अगर सरकार के दावों की बात की जाए तो सरकार का कहना है कि वह दिसंबर तक देश में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीनेट करने की बात कर रही है। ऐसे में सरकार को रोजाना साढ़े 37 लाख की वैक्सीनेशन प्रक्रिया को बढ़ाकर 88.5 लाख लोगों को रोजाना वैक्सीनेशन कराना होगा।
केंद्र शासित प्रदेशों में वैक्सीनेशन का हाल
केंद्र शासित प्रदेशों में वैक्सीनेशन के मामले में दिल्ली सबसे पीछे हैं जहां केवल 17% लोगों को पूरी तरह से वैक्सीनेट किया गया है। ग्राफिक्स के जरिए समझिए किस प्रदेश में कितने प्रतिशत वैक्सीन की एक डोज जबकि कुल आबादी के हिसाब से कितने प्रतिशत लोगों को वैक्सीनेट किया गया है।
देश के राज्यों में वैक्सीनेशन का हाल
राज्यों में वैक्सीनेशन की बात की जाए तो इस मामले में उत्तर प्रदेश और बिहार सबसे पीछे हैं उत्तर प्रदेश में महज 22% लोगों को ही वैक्सीन की एक डोज लगाई गई है। वही कुल आंकड़ों की बात की जाए तो उत्तर प्रदेश में केवल 4% लोगों को ही पूरी तरह से वैक्सीनेट किया गया है। यही हाल बिहार का भी है। बिहार में 23% लोगों को वैक्सीन की एक दोज दी जा चुकी है। कुल आबादी के हिसाब से केवल 4% लोगों को ही पूरी तरह से वैक्सीनेट किया गया है। ग्राफिक्स के जरिए समझ में किस राज्य में कितने लोगों को वैक्सीन की एक डोज, जबकि कुल आबादी के हिसाब से कितने प्रतिशत लोगों को वैक्सीनेट किया गया है।
तीसरी लहर से बचने का उपाय
एक्सपर्ट की मानें तो करो ना कि तीसरी लहर से बचने के लिए केवल मात्र एक वैक्सीनेशन ही ऐसा उपाय हैं। जो लोगों को सुरक्षित रख सकता है। क्योंकि विदेशी आंकड़ों के मुताबिक जो लोग वैक्सीनेट हो चुके हैं। उनके बीमार पड़ने की संभावना बेहद कम हो रही है।