स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर बढ़ाएगा सेना की ताकत, आससान हो या जमीं, कहीं भी हो दुश्मन हो जाएगा तबाह

स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर बढ़ाएगा सेना की ताकत
नेशनल डेस्क,
आज भारतीय वायुसेना को एक ऐसा हेलिकॉप्टर मिलने जा रहा है जो पूरी तरह स्वदेशी है. जिसे लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड यानि HAL ने तैयार किया है.. जिसका निशाना अचूक है. जो 15 से 16 हजार की फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरने की क्षमता है. जिसे चाहे बर्फ की चोटियों पर माइनस 50 डिग्री सेल्सियस में इस्तेमाल किया जाए या फिर रेगिस्तान की 50 डिग्री तापमान में, ये स्वदेशी अटैक हेलिकॉप्टर हर जगह कारगर है.
स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर की खासियतें-
अगर दुश्मन कोई मिसाइल LAC पर दागता है तो स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर उसे चकमा भी दे सकता है.
स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर आसानी से दुश्मन के रडार की पकड़ में नहीं आएगा.
स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर पर फायरिंग का कोई खास असर नहीं होता है.
रोटर्स यानि पंखों पर भी गोली का असर नहीं होता.
ये न्यूक्लिर बॉयोलोजिकल और कैमिकल अटैक का भी तुरंत अलर्ट दे सकता है.
ये हेलिकॉप्टर दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर में उड़ान भरने के साथ-साथ मुश्किल ऊंचाईयों पर टेकऑफ और लैंड कर सकता है. साथ ही दुश्मन पर निशाना भी लगा सकता है.
स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर 15 से 16 हजार की फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरने की क्षमता रखता है.
हवा से हवा और हवा से जमीन में मार करने वाली मिसाइलों से लैस है.
किन किन चीजों से लौस है स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर ?
लाइट कॉम्बेट हेलिकॉप्टर यानि LCH में 20 एमएम गन है
70 एमएम रॉकेट है और एयर टू एयर मिसाइल है.
स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर अपने टारगेट को खुद खोज सकता है और बर्बाद कर सकता है
स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर को 180 डिग्री पर खड़ा किया जा सकता है या फिर उल्टा भी किया जा सकता है.
स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर को हवा में ही रेवोल्व यानि घूमाया जा सकता है. ये मैन्यूअली ऑपरेट होता है.
ये हेलीकॉप्टर किसी भी मौसम और जलवायु में ऑपरेट हो सकता है.
बता दें कि भारतीय वायुसेना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना है. जिसके पास कुल 1700 एयरक्रॉफ्ट, 900 फाइटर एयक्राफ्ट हैं. फाइटर प्लेन का हिस्सा जगुआर, मिराज-2000, मिग- 29 और सुखोई- 30 Mki हैं. भारतीय वायुसेना लगातार खुद को अपग्रेड कर रही है और जिससे किसी भी परिस्थिति मे दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके.