October 6, 2024

आतंक के खिलाफ सेना का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 4 दहशतगर्द ढेर

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Jammu Kashmir Poonch Encounter

आतंक के खिलाफ सेना का सबसे बड़ा ऑपरेशन

नेशनल डेस्क

हाल ही में हुई टारगेट कीलिंग के बाद सेना आतंकियों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन चला रखा है. सेना के जवानों का ये ऑपरेशन लगातार 16वें दिन भी जारी रहा. बता दें कि ये ऑपरेशन 11 अक्टूबर से शुरू हुआ था. इस ऑपरेशन को अबतक का सबसे बड़ा ऑपरेशन माना जा रहा है. इससे पहले दिसंबर 2008 और जनवरी 2009 के बीच सेना ने लगातार 9 दिन तक एंटी-टेरर ऑपरेशन चलाया था. जिसमें आतंकी कश्मीर छोड़ भागने को मजबूर हो गए थे.

सेना ने अबतक 4 आतंकियों को क किया ढेर

भारतीय सुरक्षाबल पुंछ के जंगलों में छिपे आतंकियों को ढूंढ़ ढूढ़ कर ढेर करने की कोशिश कर रही है. सुरक्षाबलों ने ‘वेट एंड वॉच’ की नीति अपनाई हुई है. इस ऑपरेशन में अबतक सुरक्षाबलोंके जवानों ने 4 आतंकियों को मार गिराया है. हालांकि इस ऑपरेशन के दौरान सेना के 9 जवान भी शहीद हो चुके हैं.

बता दें कि आतंकियों की तलाशी के दौरान रविवार को 2 पुलिस अधिकारी और एक जवान घायल हो गए. भाटा धूरियां इलाके में हुई मुठभेड़ में लश्कर ए तैयबा के पाकिस्तानी आतंकी की मौत हुई. उसकी पहचान जिया मुस्तफा के तौर पर हुई है. जो 2003 से कोर्ट बहलावल जेल में बंद था. कहा जा रहा है कि जिया को एक ठिकाने की पहचान करने ले जाया गया था. जिया के पहुंचने पर आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी. जिसमें मुस्तफा की मौत हो गई.

जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की तरफ से लगातार घुसपैठ कराई जा रही है. इन घुसपैठ में वो आतंकी शामिल है जिन्हे पाकिस्तान के रिटायर्ड अफसर ट्रेनिंग दे रहे हैं . साथ ही हथियारों के बारे में भी जानकारी दे रहे हैं. कश्मीर में कुछ दिन पहले हुई टारगेट कीलिंग में भी पाकिस्तान के हाथ होने की बात कही जा रही है. सही आतंकी बारत में घुसपैठ कर अशांति फैलाने का काम करते है.

बता दें कि ये आतंक के खिलाफ सेना का महाअभियान है. पुंछ के जंगलों में छिपे आतंकियों को मार गिराने के लिए सेना और सुरक्षाबलों ने 16 दिनों से पूरी ताकत झोंक रखी है. पैरा कमांडो का कुशल दस्ता चरमेड, भाटाधुलियां और नरखास के जंगलों में आगे बढ़ रहा है. पूरे जंगल को चारों ओर से घेर रखा है. पैरा-कमांडो समेत मार्च कर रहे सैनिकों की सहायता के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टरों को सेवा में लगाया गया है. जंगल में छिपे आतंकियों पर जमीन से लेकर आसमान तक नजर रखी जा रही है.

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