उत्तराखंड के जंगलों में आग बेकाबू

उत्तराखंड में जंगलों की आग दिन-ब-दिन बेकाबू होती जा रही है। आग इतनी भीषण है कि इस पर काबू पाना मुश्किल होता जा रहा है। हालांकि जंगलों में आग लगने का कोई ठोस कारण नहीं पता लग पा रहा है। इस बारे में उत्तराखंड के मुख्य वन संरक्षक मान सिंह का कहना है कि जंगलों में आग लगने का कारण चीड़ की पत्तियां और छाल से निकलने वाला रासायन भी हो सकता है। क्योंकि उनसे निकलने वाले रासायन, बेहद ज्वलनशील होते है। ये रसायन इतने खतरनाक होते है की इन्हें अगर जरा सी चिंगारी मिले तो ये तुरंत जल उठते हैं। इसके साथ ही मान सिंह ने कहा कि आग फैलने की मुख्य वजह जंगलों में चलती तेज हवा है। हवा के झोंके के कारण आग को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंच रही है। बता दें कि उत्तराखंड में लगभग 16-17 प्रतिशत जंगल चीड़ पौधों के है। जिसके चलते आग का प्रकोप देखने को मिल रहा है। मान ने कहा कि पिछले साल उत्तराखंड में कम बारिश हुई थी। जिसके चलते जमींन में आद्रता कम होने की उम्मीद है। इसे भी जंगलों में आग लगने का एक मुख्य कारण माना जा सकता है।

एयर ऑपरेशन के जरिए आग पर काबू पाने की कोशिश
उत्तराखंड की बर्बाद होती हरियाली को बचाने के लिए CM तीरथ सिंह रावत ने केंद्र सरकार की मदद लेते हुए एसआई-17 हेलीकॉप्टर उत्तराखंड में मंगाए हैं। वहीं नरेद्र नगर वन के जंगलों की आग पर काफी मशक्कतों के बाद काबू पाया गया था। इस भीषण आग में उत्तराखंड का लगभग 165 हेक्टेयर जंगल आग की चपेट में आ चुका है। वहीं दूसरी तरफ आग लगने की वजह से उत्तराखंड की वादियों में दूर-दूर तक सिर्फ और सिर्फ धुंध छाई हुई है।

अमित शाह ने की थी सीएम तीरथ से बातचीत
उत्तराखंड के जंगलों में बेकाबू आग को लेकर, हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड सीएम तीरथ सिंह रावत से फोन पर बातचीत की थी, और जल्द से जल्द आग पर काबू पाने की बात कही थी।

जिसके बाद सीएम तीरथ ने एयर ऑपरेशन के जरिए आग पर काबू पाने के लिए प्रशासन को निर्देश दिए