September 29, 2024

नमन सत्य न्यूज ब्यूरो

कहते हैं राजनीति में सबका अपना-अपना दौर होता है, और अपने अपने दौर में सब बादशाह होते हैं। ऐसा ही एक दौर था पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई का जब पूरे देश और दुनिया में उनके नाम का डंका बजता था और उनके मंत्रिमंडल की हर तरफ तारीफ होती थी। अटल जी के दौर के ही नेताओं ने बीजेपी को काफी शक्तिशाली बनाया था। हालांकि 2014 के बाद बीजेपी में मोदी और शाह का युग आया। इसके बाद मंत्रिमंडल में भी अटल जी के दौर के मंत्री कम हो गये हैं। दरअसल बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे मंत्रिमंडल का विस्तार किया। आपको बता दें कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह पहला मंत्रिमंडल विस्तार था। जिसमें इस बार कई युवा चेहरों को मौका दिया गया है। पीएम मोदी ने अब अपने इस मंत्रिमंडल के भविष्य की रणनीति भी तैयार कर ली है। वही अगर इतिहास के पन्नों को टटोला जाये तो फिलहाल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की कैबिनेट के वर्तमान मे केवल 4 ही चेहरे अब मोदी मंत्रिमंडल में बचे हुए हैं। इनमें से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, टूरिज्म राज्यमंत्री श्रीपद नायक और जल शक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल शामिल है। जिन्होंने अटल बिहारी वाजपेई के भी मंत्रिमंडल में काम किया था। वर्तमान में भी ये लोग मोदी मंत्रिमंडल में काम कर रहे हैं। हालांकि विस्तार से पहले अटल सरकार के 9 मंत्री मोदी मंत्रिमंडल में भी शामिल थे। लेकिन नए कैबिनेट विस्तार के बाद अब यह संख्या 4 हो गई है।

गौरतलब है कि बुधवार को नए मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मोदी कैबिनेट पूरी तरीके से नई नजर आ रही है। इसमें कुछ मंत्रियों के कद घटाए गए हैं। तो वहीं 7 मंत्रियों को कैबिनेट में प्रमोट किया गया है। इसके अलावा कुछ मंत्रियों को बाहर का भी रास्ता दिखा दिया गया है। अब ऐसे में मौजूदा वक्त में मोदी मंत्रिमंडल में कुल 76 मंत्री हो चुके हैं, जिनमें 30 कैबिनेट मंत्री, 44 राज्य मंत्री और दो स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री के तौर पर शामिल हैं।

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