देश: कोविड से जनता परेशान, महंगाई की मार बरकरार, सरकार अदृश्य और बेफिक्र

नमन सत्य ब्यूरो
देश की सरकार और तेल कंपनियों भारतीय जनता को निचोड़ लेने का मन बना चुकी है। हम ऐसा इसलिए कह रहें है क्यूंकि सूर्योदय होते ही देश में महंगाई की मार शुरू हो जाती है। इसका उदाहरण शुक्रवार को देखने को मिला जब पेट्रोल-डीजल की कीमतों में फिर बढ़ोतरी देखी गई। जिसकी वजह से दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 93.04 रुपये प्रति लीटर हो गई है। जबकि डीजल की कीमत में भी मामूली बढ़ोतरी की गई है। जिससे दिल्ली में डीजल का भाव 83.80 रुपये प्रति लीटर हो गया है। कोलकाता में भी पेट्रोल-डीजल की कीमत 1 रुपये 19 पैसे बढ़ाई गई है। वहीं मुंबई में डीजल 90.71 पैसे और पेट्रोल 99.32 पैसे पर पहुंच गया है। चेन्नई में भी पेट्रोल के दामों में उछाल देखने को मिला। चेन्नई में डीजल 88.62 पैसे तो पेट्रोल 94.71 पैसे प्रति लीटर हो गया है। इससे इतर दूसरी तरफ कई शहरों में कीमत 100 के पार पहुंच गई है। मध्य प्रदेश के भोपाल और राजस्थान के श्री गंगानगर में पेट्रोल की कीमत ने शतक जड़ दिया है।
वर्तमान में भोपाल में पेट्रोल की कीमत 100.91 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 91.90 रुपये प्रति लीटर है। वहीं राजस्थान के श्रीगंगानगर में पेट्रोल के दाम 103.38 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 95.92 रुपये प्रति लीटर है। इसके अलावा मध्य प्रदेश के रीवा में भी पेट्रोल की कीमत 103.65 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई है। आपको बता दें कि 2 मई को चुनाव परिणाम आने के बाद अभी तक पेट्रोल की कीमत में 2.48 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि और डीजल की कीमत में 2.78 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि दर्ज की गई है। ऐसे में बढ़ती महंगाई से जनता परेशान है और किसान बेहाल, लेकिन सरकार बेफिक्र है। और तेल कंपनियां अपनी मनमानी करने में जुटी है।