DRDO : कोरोनावायरस से बचाने में कारगार है ये दवा, 16 मई को मिल सकती है पहली डोज

नमन सत्य ब्यूरो
देश में बढ़ते कोरोना वायरस के बीच डीआरडीओ एक खुशखबरी लेकर आया है। दरअसल डीआरडीओ ने ‘2-डीजी’ दवा तैयार कर ली है। इस दवा की 10 हजार डोज का पहला मैच बैच रविवार 16 मई को मिलने की उम्मीद है। इसके साथ ही भविष्य को देखते हुए इसके उत्पादन को बढ़ाने पर भी जोर दिया जा रहा है। DRDO के वैज्ञानिकों की टीम ने दवा को आपातकालीन उपयोग की भी अनुमति दे दी है। जोकि कोरोना वायरस से लड़ने में काफी सहायक है। हैदराबाद के अलावा कई केंद्रों पर ‘2-डीजी’ का बड़े पैमाने पर उत्पादन भी शुरू किया जा रहा है। डीआरडीओ के एक अधिकारी के अनुसार ये दवा कोरोना मरीजों को रिकवर होने और ऑक्सीजन पर उनकी निर्भरता को कम करती है। यानी इसे लेने के बाद मरीज कोरोना से जल्दी ठीक होगा। वैज्ञानिकों ने यह भी बताया कि जब कोई वायरस शरीर के अंदर प्रवेश करता है तो मानव कोशिकाओं को धोखा देकर अपनी प्रतियां बनाता है और संख्या बढ़ाता है। इसके लिए वह कोशिकाओं से बड़ी मात्रा में प्रोटीन लेता है। डीआरडीओ द्वारा तैयार की गई दवा सूडो ग्लूकोस है जो कि इसकी क्षमता को बढ़ने से रोकेगी।
आपको बता दें कि हैदराबाद स्थित डॉ रेड्डी के साथ मिलकर डीआरडीओ ने यह दवा तैयार की है। डीआरडीओ के अनुसार यह दवा बेहद आसानी से बनाई जा सकती है। इसीलिए ये दवा देश भर में जल्दी ही उपलब्ध हो जाएगी। वहीं भारत सरकार द्वारा जारी स्टेटमेंट के अनुसार 2G दवा एक पाउच में पाउडर के फॉर्म में आती है। जिसे पानी में घोलकर आसानी से पिया जा सकता है। जिसके बाद ये वायरस से प्रभावित सेल्स में जाकर जम जाती है। उसके बाद वायरस सिंथेसिस, एनर्जी प्रोडक्शन को रोक कर वायरस को बढ़ने से रोकने लगती है। जिसकी वजह से वायरस संक्रमण का खतरा नहीं होता।