सरकार पर ठीकरा फोड़ना तो बहाना है हमें तो हर हाल में कोरोना बढ़ाना है।

कोरोना महामारी की इस दूसरी लहर ने देश को बदहाली की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। कारोबार से लेकर बाजार शिक्षा तक बाधित हुई है। करीब 1 साल से ज्यादा का वक्त हो गया छात्रों की परीक्षाएं रद्द हो रही है। लेकिन देश के कई हिस्सों से ऐसी तस्वीरें सामने आती है जो यह साबित करती हैं कि हर बात का ठीकरा सरकार पर फोड़ देना तो बस एक बहाना है हमें तो हर हाल में भीड़ लगाकर कोरोना बढ़ाना है। सरकार की लाख हिदायतों और प्रशासन के चेताने पर भी लोगों के आंख-कान बंद है जिसका पर्याप्त उदाहरण देश के कई अलग अलग हिस्सों में देखने को मिला।
यूपी के बदायूं में हजरत अब्दुल हमीद मोहम्मद सालिमुल कादरी का रविवार को निधन हो गया था। उनके जनाजे में हजारों की संख्या में लोग इकट्ठे हुए। वहीं गुजरात के कच्छ में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला था। जहां पर मुस्लिम धर्मगुरु के जनाजे में जनसैलाब उमड़ पड़ा था। अहमदाबाद के साणंद से पूजा अर्चना के नाम पर भीड़ की ऐसी की ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं और अब उड़ीसा में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को ताक पर रख कर कलश यात्रा निकाली गई है। इन सभी जगहों पर सोशल डिस्टेंसिग की धज्जिया उड़ाई गई। हालांकि प्रशासन सूचना मिलते ही हरकत में आया और कइयों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।