नवरात्र के आठवें दिन माता महागौरी को करें प्रसंन

चैत्र नवरात्र के आठवें दिन माता दुर्गा के आठवें स्वरुप महागौरी का पूजन किया जाता है। इनकी शक्ति अमोग और फलदायिनी है। इनकी आराधना से करने से भक्तों के सभी दोष और कष्ट मिट जाते हैं। जो माता को पूजते हैं वह सभी प्रकार से पवित्र और अक्षय पुण्यों के अधिकारी होते हैं।

कौन हैं देवी महागौरी
हिन्दू पुराणों की एक कथा के अनुसार माता ने भगवान भोलेनाथ को पति स्वरुप पाने के लिए कठोर तपस्या की थी और उस कठोर तपस्या के समय माता का शरीर धूल-मिट्टी से ढ़क गया था। माता का शरीर काला पड़ गया था और वह भगवान शिव को पाने के लिए तपस्या में लीन थी। उस समय शिव जी ने उन्हें गंगाजल से धोते हैं और माता का शरीर गोर तथा देदीप्यमान हो गया था। तब से इनका नाम महागौरी पड़ा। इस दिन माता को संपूर्ण सुहाग भेंट किया जाता है।
कैसे करें महागौरी की पूजा
प्रात: स्नान कर के माता की चौकी को सजाएं और माता को गंगाजल से स्नान कराकर श्रृंगार करें। मां को रोली, धूप, सुगंध, हवन और दीप अर्पण करें। माता को फूलों की भेंट दें। इसके बाद माता को नवैद्य का भोग लगाएं। कन्याओं को घर बुलाकर दान दें और भोजन करवाएं। इस दिन कन्या पूजन का विषेश महत्व है।