आनंद मोहन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई, जी कृष्णैया की पत्नी ने दी फैसले को चुनौती
गुरुवार को जेल से रिहा हुए बिहार के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ दायर याचिका पर अब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। 27 अप्रैल को रिहा हुए आनंद मोहन के खिलाफ 29 अप्रैल को DM जी कृष्णैया की पत्नी उमा देवी ने पूर्व सांसद की रिहाई को चुनौती दी थी और अपनी याचिका में आनंद मोहन को फिर से जेल भेजने की मांग की। जिसके बाद अब 8 मई को DM जी कृष्णैया की हत्या में दोषी आनंद मोहन पर सुप्रीम कोर्ट फैसला सुनाएगा।
आपको बता दें कि बिहार सरकार द्वारा जेल मैनुअल में बदलाव किए जाने के कारण 2007 से DM जी कृष्णैया की हत्या के जुर्म में जेल में बंद आनंद मोहन सिंह गुरुवार (27 अप्रैल) सुबह 6.15 बजे सहरसा जेल से रिहा हुए थे।
यह सिर्फ वोट पाने की राजनीतिक: उमा देवी
बाहुबली नेता आनंद मोहन की रिहाई के बाद से ही जी कृष्णैया की पत्नी उमा बेहद निराश हैं। उनका कहना है कि आनंद मोहन की रिहाई करके उनके साथ अन्याय किया गया है। उमा देवी के अनुसार ऐसा सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए किया जा रहा है। पहले दोषी को फांसी की सजा हुई थी, फिर उसे उम्रकैद में बदल दिया गया। अब सरकार उसकी रिहाई करा रही है। ये बिल्कुल सही नहीं है।
वहीं DM जी कृष्णैया की बेटी पद्मा ने भी आनंद मोहन की रिहाई पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार को अपने इस फैसले पर दोबारा सोचना चाहिए। सरकार ने एक गलत उदाहरण पेश किया है। ये सिर्फ एक परिवार के साथ अन्याय नहीं है, बल्कि देश के साथ अन्याय है। उनकी बेटी ने रिहाई के खिलाफ अपील करने की भी बात कही है।