मीडिया को अभिव्यक्ति की आजादी नहीं , पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार
राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म होने के बाद से ही देश में सियासी माहौल बहुत ही ज्यादा गर्माया हुआ है। विपक्षी पार्टियों द्वारा लगातार बयान दिए जा रहे हैं कि भारत का लोकतंत्र खतरे में है, साथ ही मीडिया की आजादी पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। इसी संबंध में शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार सरकार की तानाशाही और लोकतंत्र पर हो रहे प्रहार का मुद्दा उठाते हुए अपनी बात रखी।
सबसे पहले मीरा कुमार लोकतंत्र पर बात करते हुए कहती हैं कि जहां किसी प्रकार का दबाव न हो, सबको अपनी बात रखने का अधिकार हो। वर्तमान में प्रेस को अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है, जिस कारण प्रेस स्वतंत्रता पूर्वक अपना कार्य करवाने में सक्षम नहीं है। जहां भाईचारा हो और धर्म के नाम पर लोगों को बांटा ना जा रहा हो, उसे लोकतंत्र कहते हैं। लेकिन वर्तमान में लोकतंत्र के मूल्यों पर कुठाराघात हो रहा है, यह चिंता का विषय है।
आगे उन्होंने राहुल गांधी पर हुई कार्यवाही को लेकर कहती हैं कि जिस जल्दबाजी और जिस तरीके से राहुल गांधी पर कार्यवाही हुई है और उनकी सदस्यता खत्म कराई गई है, यह बिल्कुल भी सही नही है। इससे यह साबित होता है कि वर्तमान सरकार डरी हुई है।
मीरा कुमार ने मोदी और अडानी को लेकर भी बात की, जिसमें उन्होंने कहा की देश की संपदा देश के जनता के लिए है और यदि यह संपदा- देश की भूमि, देश का खनिज और बैंकों में जो साधारण जनता के पैसे हैं, किसी एक व्यक्ति के पास जाते हैं तो सवाल उठना लाजमी है और सरकार को इसका जवाब देना ही उचित रहेगा।
साथ ही लोकतंत्र को बचाने को लेकर बोलते हुए मीरा कुमार कहती हैं कि इसके लिए हमें जैसी भी कुर्बानी देनी पड़ेगी हम देंगे। हम स्वतंत्रता आंदोलन वाले लोग हैं, उस समय भी हमारे पूर्वजों ने कुर्बानियां दी थी, हमने उनसे सीखा है और हम भी कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं।