अडानी जांच मामले में सड़क पर उतरे विपक्षी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका, ED ऑफिस जा रहे थे कार्यकर्ता

बुधवार को सदन की कार्यवाही लगातार तीसरे दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गई। जहां सत्ता पक्ष लगातार राहुल गांधी के विदेश में दिए ‘भारत का लोकतंत्र खतरे में है’ वाले बयान पर माफी मांगने के लिए अड़ा रहा, वही विपक्षी पार्टी भी अडाणी घोटाले पर जेपीसी बनाकर जांच कराने की मांग पर टिका रहीं।
संसद में हंगामे से अलग बुधवार को विपक्षी पार्टियों के लगभग 200 सांसदों ने मिलकर अडाणी मामले की जांच कराने के लिए संसद से लेकर ED ऑफिस तक पैदल मार्च करने का फैसला किया, लेकिन दिल्ली पुलिस द्वारा उनके इस मार्च को पूरा नही होने दिया गया। विपक्ष का कहना है कि सभी सांसद ED के दफ्तर अडाणी मामले की जांच के लिए पत्र देने जा रहे थे। सांसदों की भीड़ को देखते हुए दिल्ली पुलिस द्वारा उन्हें ED ऑफिस पहुंचने से पहले ही रास्ते में रोक दिया गया। जिसके बाद कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा की हम अदानी महा घोटाले पर JPC बनवाने की मांग के साथ विपक्ष के सांसद ED को पत्र सौंपने जा रहे थे, लेकिन पीएम मोदी ने पुलिस लगाकर उन्हें रोक दिया। आगे उन्होंने कहां की राहुल गांधी इसीलिए कहते हैं कि भारत का लोकतंत्र खतरे में है और इसे कमजोर किया जा रहा है, हमारे 200 सांसदों के सामने 2000 पुलिस लगा दी।

आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने भी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि अब हमे करोड़ो का घोटाला करने वाले अडानी की शिकायत करने का भी अधिकार नही रह गया है।