बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का आगाज आज, 5 भारतीय खिलाड़ियों से गोल्ड की आस
स्पोर्टस डेस्क
कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का उद्घाटन समारोह गुरूवार रात 11.30 बजे किया जाएगा। ओलिंपिक, एशियन गेम्स के बाद तीसरे सबसे बड़े स्पोर्ट्स इवेंट में दुनियाभर के टॉप एथलीट इसमें हिस्सा लें रहे है। तो वही 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की तरफ से कई ऐसे खिलाड़ी है, जिनसे भारत को गोल्ड जीतने की आस है। इसमें सबसे पहला नाम है पीवी सिंधु का शामिल है।
पीवी सिंधु
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु को बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के ओपनिंग सेरेमनी के लिए भारतीय दल का ध्वजवाहक बनाया गया. हालांकि इससे पहले भारतीय ओलंपिक संघ ने स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा को भारतीय दल का ध्वजवाहक बनाया था, लेकिन ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा चोटिल होने के कारण इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स से बाहर हो गए हैं. वही सिंधु की बात की जाए तो वो गोल्ड कोस्ट साल 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में भी ध्वजवाहक रह चुकी है। इसके साथ ही सिंधु को बर्मिंघम में महिला खिलाड़ियो में से अकेला स्वर्ण पदक जीतने का दावेदार माना जा रहा है क्योंकी उन्होने साल 2018 के गोल्ड कोस्ट और ग्लास्गो में रजत और कांस्य पदक हासिल किए थे।
मीराबाई चानू
ओलंपिक रजत पदक विजेता, विश्व चैंपियन और दो बार राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता रही मीराबाई चानू, भारत की सबसे बेहतरीन वेटलिफ्टर खिलाड़ियो में से एक हैं। मीरा ने साल 2020 के टोक्यो में रजत पदक हासिल किया था। जिसके चलते वो पीवी सिंधु के बाद ओलंपिक रजत पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं थी। उन्होंने अपने पहले ओलंपिक साल 2016 के रियो में अपने प्रदर्शन से प्रतिद्वंदियों के छक्के छुड़ा दिए थे। जहां उन्होंने 12 साल के राष्ट्रीय रिकॉर्ड को तोड़ने के बाद प्रवेश किया था, लेकिन वो अपने किसी भी क्लीन-एंड-जर्क लिफ्ट को पूरा करने में सफल नही हो सकी थीं। जिसके चलते मीरा काफी परेशान रहने लगी थी और उन्होंने जल्द ही खेल से रिटायर होने की भी ठान ली थी, लेकिन टोक्यो ओलंपिक में चानू ने रजत पदक जीतकर लोगों को बता दिया था कि वो किसी खिलाड़ी से कम नही है। लिहाजा उनके खेल को देखते हुए उन्हें भी बर्मिंघम में स्वर्ण पदक विजेता का दावेदार माना जा रहा है।
मनिका बत्रा
राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता, दो बार की ओलंपियन और कई अन्य उपलब्धियां हासिल करने वाली मनिका बत्रा भारतीय टेबल टेनिस की असली स्टार खिलाड़ियों में से एक हैं।
टोक्यो ओलंपिक साल 2020 में, मनिका बत्रा एकल में राउंड ऑफ 32 में जगह बनाने वाली भारत की पहली महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी बनीं थी। इसके साथी उन्होंने साल 2018 गोल्ड कोस्ट में अपने शानदार प्रदर्शन से तहलका मचा दिया था, उन्होंने खेल के दौरान कुल चार पदक जीते, जिनमें दो स्वर्ण पदक शामिल थे। राष्ट्रमंडल खेलों का वह साल उनके करियर का अब तक का सबसे सफल वर्ष रहा है। इसके अलावा साल 2016 रियो ओलंपिक में डेब्यू करने से पहले, बत्रा ने 2016 के दक्षिण एशियाई खेलों में तीन स्वर्ण पदक जीते। लिहाजा भारत को उनसे भी बर्मिंघम में स्वर्ण पदक जीतने की काफी उम्मीदे है।
बजरंग पुनिया
बजरंग पुनिया की बात करें तो उन्होनें भी अपने पिछले खेलों में दमदार प्रदर्शन दिखाया है। पुनिया ने साल 2020 टोक्यो ओलंपिक में पुरुषों की 65 किग्रा फ्रीस्टाइल श्रेणी में ब्रॉंज मेडल हासिल किया था। उनके खेल प्रदर्शन को देखते हुए उनसे भी भारत को इस कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल की उम्मीदें है।
विनेश फोगाट
दो बार की ओलंपियन विनेश फोगाट भी किसी खिलाड़ी से कम नही है। उनके पास राष्ट्रमंडल खेलों के दो स्वर्ण पदक, एशियाई खेलों का एक स्वर्ण पदक हैं। उन्हें साल 2019 में विश्व चैंपियनशिप में कांस्य के अलावा साल 2021 में एशियाई चैंपियन का ताज पहनाया गया था। इस लिहाज से इस बार भी भारत को विनेश से ना सिर्फ अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है बल्कि स्वर्ण पदक हासिल करने की भी उम्मीदें है।
तो ये वो पांच खिलाड़ी है, जो इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में स्वर्ण पदक से अपनी जीत का परचम लहरा सकते है।
30 हजार दर्शकों की मौजूदगी में होगी कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 की ओपनिंग सेरेमनी
आपको बतां दे कि कॉमनवेल्थ गेम्स की ओपनिंग सेरेमनी बर्मिंघम के एलेक्जेंडर स्टेडियम में गुरूवार रात को होगी. जिसमें करीब 30 हजार दर्शकों के मौजूद रहने की उम्मीद है. इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स में 72 देशों के 5000 से अधिक एथलीटों के हिस्सा लेने की उम्मीद है. वही भारत की तरफ से 215 एथलीट, 107 अधिकारी और सहायक कर्मचारियों सहित 322 सदस्यों का मजबूत भारतीय दल 28 जुलाई से 8 अगस्त तक बर्मिंघम के कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा.