October 6, 2024

बिजली ने किया सबका हाल बेहाल: पूरे देश में गहराता बिजली संकट, बस कुछ दिनों का बचा है कोयला

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बिजली ने किया सबका हाल बेहाल: पूरे देश में गहराता बिजली संकट

देशभर में गर्मी ने लोगों की अग्निपरीक्षा लेनी शुरू कर दी है, और आने वाले दिनों में भी इससे राहत नहीं मिलने वाली है. पारा लगातार चढ़ता जा रहा है. दिल्ली, यूपी, मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत देश के 20 से ज्यादा राज्यों में पारा 45 डिग्री से पार है. लोगों को गर्मी से हाल बेहाल होता जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ बिजली की अनियमित कटौती से लोग परेशान है. दिन में कई घंटों तक की बिजली कटौती से उद्योगों भी प्रभावित हो रहे है.

दिल्ली में भी बिजली कटौती, सत्येंद्र जैन बोले -दिल्ली के पावर प्लांट में सिर्फ 1 दिन का कोयला बचा

देश की राजधानी दिल्ली भी बिजली कटौती से अछूती नहीं है. बिजली का संकट राजधानी दिल्ली में भी होने लगा है. कोयले की कमी के गहराते संकट के बीच दिल्ली सरकार ने मेट्रो और अस्पतालों समेत कई आवश्यक संस्थानों को 24 घंटे बिजली आपूर्ति में असमर्थता जताई है. दिल्ली के बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन ने इस मामले में आकलन करने के लिए गुरुवार को एक आपातकालीन बैठक की। .साथ ही केंद्र को पत्र लिखा और अनुरोध किया. कि वह राष्ट्रीय राजधानी को बिजली की आपूर्ति करने वाले बिजली संयंत्रों को पर्याप्त कोयले की उपलब्धता सुनिश्चित करें. क्योंकि दिल्ली में बिजली की डिमांड बढ़ी है जिसे दादरी-2 और ऊंचाहार बिजली स्टेशनों से ही पूरी की जा रहा है. लेकिन अब इन स्टेशनों में पिछले कुछ दिनों से कोयले की कमी है. ऐसे में समस्या कभी भी गहरा सकती है.

वहीं अगर बात यूपी की करें तो, अकेले यूपी में ही 3 हजार मेगावॉट से ज्यादा की कमी है. वहां 23 हजार मेगावॉट बिजली की डिमांड है, जबकि सप्लाई 20 हजार मेगावॉट है .

यहीं हाल पंजाब का भी है पंजाब में करीब 46 डिग्री टैंप्रेचर के बावजूद 12 घंटे तक कट लग रहे हैं. शहरों में 4 से 5, तो गांवों में 10 से 12 घंटे के कट झेलने पड़ रहे हैं. इसको लेकर अब आम पंजाब के बिजली मंत्री हरभजन सिंह ने सफाई दी है. कि पिछली चन्नी सरकार इस सीजन के लिए कोई प्रबंध करके नहीं गई. पिछले साल के मुकाबले बिजली की मांग 40% बढ़ी है। ऐसे में 24 घंटे बिजली के लिए कोशिश की जा रही है.

वहीं, ऊर्जा मंत्रालय के मुताबिक देश के 18 पिटहेट प्लांट यानी ऐसे बिजलीघर, जो कोयला खदानों के मुहाने पर ही हैं, उनमें तय मानक का 78% कोयला है। . जबकि दूर दराज के 147 बिजलीघर में मानक का औसतन 25% कोयला मौजूद है. अगर इन बिजलीघरों के पास कोयला स्टॉक तय मानक के मुताबिक 100% होता तो पिटहेट प्लांट 17 दिन और नॉन-पिटहेट प्लांट्स 26 दिन चल सकते है.

इस मामले पर केंद्रीय कोयला और खनन मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि देशभर के थर्मल प्लांट्स के पास 2.20 करोड़ टन कोयला है, जो 10 दिन के लिए काफी है। ऐसे में उन्हें पूरी क्षमता के साथ उत्पादन करना चाहिए। CCL के प्रबंध निदेशक पीएम प्रसाद ने बताया कि प्लांट्स को रोज 2.2 लाख टन कोयला दिया जाएगा.

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