3 मई से शुरू हो रही चार धाम यात्रा, पहाड़ों पर सड़क दुरुस्त करने का काम तेजी से जारी, 100 करोड़ की लागत से 500 किमी सड़क का हो रहा ट्रीटमेंट

3 मई से श्रद्घालुओं के लिए 4 धाम यात्रा शुरु होने जा रही है. अगले महीने से चारधाम के कपाट बारी-बारी से खुलने लगेंगे. सबसे पहले 3 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे. फिर 6 मई को केदारनाथ और 8 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे. यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण किया जा रहा है. अब तक एक लाख से अधिक तीर्थयात्री ऑनलाइन पंजीकरण करा चुके हैं. इसमें केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए सबसे अधिक यात्रियों ने पंजीकरण कराया है. वहीं इस बार यात्रियों को क्यूआर कोड जारी किया जा रहा है.
500 किमी सड़क का हो रहा ट्रीटमेंट
3 मई से शुरू होने वाली चार धाम यात्रा के पहले ऋषिकेश से लेकर बद्रीनाथ धाम तक 500 किमी के रास्ते को दुरुसत करने का काम तेज है. तो दूसरी तरफ यमुनोत्री धाम तक पहुंचने वाला रास्ता खस्ताहाल बना हुआ है. उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां की जा रही है. बता दें कि चारधाम यात्रा सड़क पर 40 से अधिक एक्टिव लैंडस्लाइड जोन हैं, जो स्थानीय प्रशासन और सरकार के लिए चुनौती बने हैं. प्रशासन का दावा है कि कि इन क्रॉनिक एक्टिव लैंडस्लाइड जोन के ट्रीटमेंट पर 100 करोड़ रुपए से अधिक खर्च हो रहे हैं.
गौरतलब है कि इस बार यात्रा करने के लिए ज्यादा मात्रा में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है क्योंकि पिछले 2 साल से कोरोना की वजह से ये यात्रा बाधित रही है. इस बार श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करने पड़े इसके लिए प्रशासन तैयारियों में लगा हुआ है.