यूक्रेन में फंसे हजारों भारतीय छात्र : सड़कों पर मची भारी तबाही, बंकरों में छिपे हजारों छात्र
यूक्रेन में सैकड़ों भारतीय फंसे हुए हैं. जिन्हे निकालने के लिए भारत सरकार ने अब ऑपरेशन गंगा शुरू किया है. हालांकि पिछले 3 दिनों में हजारों छात्र भारत आ चुके हैं. लेकिन अभी अभी भी हजारों भारतीय छात्र यूक्रेन के विभिन्न शहरों में फंसे हैं और घर वापसी की जद्दोजहद में लगे हैं. छात्र-छात्राएं वतन वापसी के लिए किसी भी तरह पोलैंड बॉर्डर पहुंचने की कोशिश में लगे हैं.
कहां कैसे हैं हालात ?
- यूक्रेन के सुमी शहर पर पूरी तरह रूसी सेना का कब्जा है. यहां के बंकरों में एक हजार भारतीय छात्र फंसे हैं.
- बार्डर से 40 किलोमीटर पहले से गाड़ियों की लंबी लाइन लगी है. इसलिए छात्र पैदल ही बॉर्डर पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं.
- पोलैंड बॉर्डर के इलाके में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. और पूरा इलाका बर्फ से ढका हुआ है. -2 डिग्री पमान में भारत आने के लिए यूक्रेन के बॉर्डर वाले इलाके में जा रहे हैं.
- पैदल सफर तय कर रहे छात्रों के पास खाने पीने का भी सामान नहीं है. वे बिस्किटों के सहारे अपना सफर कर रहे हैं.
- पोलैंड बॉर्डर की ओर जाने का प्रयास कर रहे छात्रों पर यूक्रेन आर्मी ने बंदूक तक तान दी थी.
स्वदेश लौटें छात्र, अभियान जारी LIVE
- यूक्रेन में फंसे 490 भारतीय स्टूडेंट्स को रोमानिया और हंगरी के रास्ते भारत आए.
- अबतक कुल 709 छात्र यूक्रेन से रेस्क्यू किए गए हैं
- भारतीय एम्बेसी से एडवाइजरी जारी कर कहा है कि यूक्रेन में फंसे भारतीय उझारोड़-वायसन नेमेके सीमा से रेस्क्यू किए जाएंगे.
- विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत स्टूडेंट्स की वापसी का यह अभियान जारी रहेगा.
- हंगरी में भारतीय एम्बेसी ने भी सीमा से एंट्री की डिटेल एडवाइजरी जारी की है. हंगरी और पोलैंड की सीमा पर तेजी से भारतीय स्टूडेंट पहुंच रहे हैं.