योगी के गढ़ में गोरखपुर में पहुंचे पीएम मोदी, सपा पर जमकर कसे तंज, लाल टोपी का मतलब बताया रेड अलर्ट

गोरखपुर
चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गोरखपुर को कई बड़ी सौगाते दी. इस दौरान प्रधानमंत्री ने करीब 10 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट्स के उद्धाटन किया. एक ओर जहां पीएम मोदी ने चुनाव से पहले ये सौगातें देकर पूर्वांचल की जंग को फतह करने के लिए दांव चला. तो वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री ने विरोधियों पर जमकर तंज कसे. प्रधानमंत्री मोदी ने समाजवादी पार्टी का बिना नाम लिए ही कहा कि लाल टोपी का मतलब सीधा रेड अलर्ट है. इन्हें आपके दुख-तकलीफों से कोई मतलब नहीं है. पीएम मोदी ने कहा कि लाल टोपी वालों को घोटालों के लिए, अपनी तिजोरी भरने के लिए, अवैध कब्जों के लिए, माफियाओं को खुली छूट देने के लिए सत्ता चाहिए। लाल टोपी वालों को सरकार बनानी है, आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए, आतंकियों को जेल से छुड़ाने के लिए. याद रखिए, लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं, यानी खतरे की घंटी.
क्या-क्या बोले प्रधानमंत्री मोदी ?
- पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत भोजपुरी में की. पीएम मोदी ने कहा कि गोरखपुर में एम्स की मांग बरसों से हो रही थी, लेकिन 2017 से पहले जो सरकार चला रहे थे, उन्होंने एम्स के लिए जमीन ना देने के बहाने बनाए औऱ एम्स नहीं बन सका. लेकिन बीते 7 सालों में 16 नए एम्स बनाने पर देशभर में काम चल रहा है. साथ ही हमारा लक्ष्य ये है कि देश के हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज जरूर हो.
- जो फर्टिलाइजर प्लांट सालों से बंद पड़ा था आज उसे खोल दिया गया है. अब किसानों को इससे मदद मिलेगी. गोरखपुर खाद कारखाने से देश में यूरिया के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा. देश के अलग-अलग हिस्सों में बन रहे 5 फर्टिलाजर प्लांट शुरू होने के बाद 60 लाख टन अतिरिक्त यूरिया देश को मिलेगा. यानी भारत को हजारों करोड़ रुपए विदेश नहीं बल्कि भारत में ही लगेगा.
- गोरखपुर का फर्टिलाइजर प्लांट, यहां रोजगार देने में भी रोल अदा करेगा.
- गोरखपुर में एम्स और ICMR रिसर्च सेंटर बनने से अब इंसेफेलाइटिस से मुक्ति के अभियान को और मजबूती मिलेगी. साथ ही दूसरी संक्रामक बीमारियां, महामारियों केभी बचाव हो सकेगा.
- गन्ना किसानों के लिए हमने लाभकारी मूल्य बढाया है. जितना पिछली 2 सरकारों ने 10 साल में किया. उतना भुगतान हमने लगभग साढ़े 4 साल में किया है.
यूपी में 2022 में विधानसभा चुनाव होने है. जिसके लिए बीजेपी ने यूपी फतह करन के लिए दांव चलना शुरू कर दिया है. एक के बाद एक सौगातें दी जा रही है. हाल ही में पूर्वांचल के लोगों को पूर्वांचल एक्सप्रेस की सौगात मिली थी. और अब एम्स और यूरिया कारखाना की सौगात. दरअसल, अगर किसी को भी उत्तरप्रदेश में सरकार बनानी है तो पूर्वांचल की जंग फतह करनी ही होगी. क्योंकि UP की सत्ता पर कोई पार्टी काबिज तभी हो सकती है, जब पूर्वांचल में अपना जादू चला सकें. क्योंकि यूपी की 33 फीसदी सीटें इसी इलाके की हैं. UP के 28 जिले पूर्वांचल में आते हैं, जिनमें कुल 164 विधानसभा सीटें हैं. 2017 के चुनाव में भी बीजेपी की सरकार बनाने में पूर्वांचल की जनता का बहुत बड़ा हाथ था.