शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन, क्या विपक्षी दल करेंगे सत्र का बहिष्कार ?
दिल्ली ब्यूरो
संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका है ऐसे में मानसून सत्र के दौरान निलंबित किए गए 12 सांसदों को एक बार फिर से सदन में बुलाने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती हैं लेकिन इसके लिए निलंबित किए गए 12 सांसदों को अपने व्यवहार के लिए माफी मांगनी होगी जिसके बाद विपक्षी दलों को इसकी पेशकश करनी होगी हालांकि माना यह जा रहा है कि विपक्ष इस मुद्दे के लिए तैयार नहीं है। आपको बता दें कि 11 अगस्त को इंश्योरेंस बिल के चर्चे को लेकर मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ था। उस दौरान सदन के अंदर खींचतान भी देखने को मिली थी जिसको देखते हुए सदन में मार्शलों को बुलाना पड़ा था। तो वही सदन के अंदर हुई खींचतान को लेकर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने उसे बेहद शर्मनाक बताया था। बरहाल संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका है और ऐसे में निलंबित किए गए उन सभी 12 सांसदों को सदन के अंदर शामिल होने की इजाजत नहीं है। हालांकि अगर निलंबित किए गए 12 सांसद अपने व्यवहार के लिए माफी मांगते हैं तो इस पर एक बार फिर से विचार विमर्श कर उन्हें सदन में शामिल किया जा सकता है।
गौरतलब है कि जिन 12 सांसदों को निलंबित किया गया था उनमें शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी, कांग्रेस नेता अखिलेश प्रसाद सिंह और टीएमसी नेता डोला सेन सहित 12 नेता शामिल है।