NEET काउंसलिंग में देरी का रेजिडेंट्स डॉक्टरों ने किया विरोध, आज देशभर में सभी अस्पतालों की ओपीडी रही बंद
दिल्ली,
नीट काउंसलिंग में देरी को लेकर नाराज चल रहे देशभऱ के डॉक्टर संगठनों ने शनिवार को सभी अस्पतालों की ओपीडी बंद रखी. इस दौरान दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल, आरएमएल और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के रेजीडेंट डॉक्टरों ने भी मरीजों का इलाज नहीं किया. जिसकी वजह से आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ा और इलाज के लिए अस्पतालों के चक्कर काटने पड़े.
वही दिल्ली के अलावा कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात सहित देश के कई राज्यों के रेजीडेंट डॉक्टरों ने भी इस हड़ताल को समर्थन दिया. डॉक्टरों का कहना था कि अगर सरकार उनकी मांगे नही मानती है तो आने वाले दिनों रूटीन ड्यूटी को भी रोक देंगे.
इसके अलावा प्रर्दशन कर रहे अन्य डॉक्टर की माने तो देश भर में युवा डॉक्टर पहले से ही अतिरिक्त बोझ और रात-दिन ड्यूटी दे रहे हैं, जिसकी वजह से उनकी चिकित्सीय शिक्षा भी प्रभावित हुई है. ऐसे में चार सप्ताह और काउंसलिंग को आगे बढ़ाने का फैसला बेहद गलत है. लिहाजा अब देश का डॉक्टर अस्पताल छोड़कर सड़क पर प्रर्दशन करने को मजबूर हो चुका है.
वहीं फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) ने भी हड़ताल का समर्थन किया है। फोर्डा के अनुसार, देश के रेजिडेंट डॉक्टर कोरोना महामारी के कारण पहले से ही बोझ से दबे और थके हुए हैं, इसके बावजूद वे आज तक पीजी 2021 काउंसलिंग की धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा कर रहे हैं. उन्हें शारीरिक और मानसिक संकट से कोई राहत नहीं मिल रही है. बरहाल कोर्ट में चल रही इस मामले की अगली सुनवाई 6 जनवरी 2022 को की जाएगी.