महंत नरेंद्र गिरी मौत मामले में पुलिस सख्त, जल्द होगा मामले का खुलासा
प्रयागराज ब्यूरों
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के मौत मामले में पुलिस कई एंगलो से जांच करने में जुट गई है। खबर ये भी है कि महंत नरेंद्र गिरी को कथित तौर पर एक सीडी को लेकर ब्लैकमेल किया जा रहा था। जिसको लेकर अब पुलिस कुछ स्थानीय राजनीतिक नेता पर भी अपने जांच का शिकंजा कसने की तैयारी में है। वही दूसरी तरफ महंत की मौत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान साझा करते हुए कहा है कि महंत की आत्महत्या मामले में “कई सबूत” एकत्र किए जा चुके हैं, किसी भी कीमत पर अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा”। इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का निधन आध्यात्मिक जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मैं भगवान राम से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को उनके चरणों में स्थान प्रदान करें और उनके अनुयायियों को इस दर्द को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
गौरतलब है कि महंत गिरी का शव सोमवार को बाघंबरी मुठ में उनके शिष्यों ने छत से लटका पाया था। उस दौरान महंत के शव के पास से लगभग सात-आठ पन्नों का एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया था। जिसमें कथित तौर पर लिखा था कि वह मानसिक रूप से बेहद परेशान है, लिहाजा अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहे है। इसके साथ ही पुलिस ने अपनी जांच के दौरान पाया था कि संत ने अपने सुसाइड नोट में अपने शिष्य आनंद गिरी से नाराज होने की भी बात लिखी थी। जिसके चलते पुलिस ने आनंद से पूछताछ भी की थी। वही दूसरी तरफ महंत नरेंद्र गिरी की मौत के बाद उनके शिष्य अमर गिरि पवन महाराज ने आनंद के खिलाफ पुलिस में आईपीसी की धारा 306 यानि आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया, जिसके बाद पुलिस ने आनंद गिरी को महंत नरेंद्र गिरी आत्महत्या मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। इसके अलावा महंत मौत मामले मे 18 सदस्यीय की एसआईटी दल का भी गठन कर दिया गया है। पुलिस के अनुसार जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया जायेगा।