टोक्यो ओलंपिक के बाद अब पैरालंपिक में भी गोल्ड पक्का, टेबल टेनिस के फाइनल में पहुंची भाविनाबेन पटेल

स्पोर्टस डेस्क
टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड के बाद अब भारत पैरालंपिक ओलंपिक में भी गोल्ड हासिल करने को है। दरअसल टोक्यो पैरालंपिक के वुमेंस सिंगल टेबल टेनिस के क्लास 4 के फाइनल कैटेगरी में गुजरात की भाविनाबेन पटेल ने जगह बना ली है। इसके साथी भाविनाबेन ने अब टोक्यो पैरालंपिक में भारत के लिए गोल्ड भी पक्का कर लिया है। आपको बता दें कि अगर भाविनाबेन टेबल टेनिस में गोल्ड जीत लेती है तो वो पैरालंपिक में भारत की सर्वप्रथम गोल्ड विजेता होगी।
तीन भाई-बहन में सबसे छोटी है भाविनाबेन पटेल
भाविनाबेन पटेल गुजरात के वडनगर के सुंडिया गांव की रहने वाली हैं, और वो संस्कृत से ग्रेजुएट हैं। उनके पिता हंसमुख भाई पटेल गांव में ही छोटी सी दुकान चलाते हैं। भाविनाबेन तीन भाई-बहन है। जिसमें वो सबसे छोटी हैं।
बचपन में चलना सीखते वक्त पैर में लगी चोट
आपको बता दें कि भाविनाबेन पटेल जब 1 साल की थी तब वह चलने की कोशिश कर रही थी। उस दौरान वह चलते वक्त गिर गई थी जिसके चलते उनके पैर में चोट लग गई थी और उसके कुछ दिन बाद ही दूसरे पैर में लकवा हो गया था। जिसके बाद उनके पैर का ऑपरेशन हुआ और उन्होंने बैसाखी से चलना शुरू कर दिया। उसके बाद भाविनाबेन पटेल ने स्कूल में दाखिला लिया और कंप्यूटर की ट्रेनिंग लेने लगी। उस दौरान उनकी नजर टेबल टेनिस पर पड़ी जिसके बाद से उन्होंने टेबल टेनिस खेलना शुरू कर दिया। स्कूल लाइफ के दौरान उन्होंने एक बार टेबल टेनिस में एक प्रतियोगिता के दौरान जीत हासिल की, और तभी से उन्होंने इस जीत के साथ ही टेबल टेनिस को अपना भविष्य बना लिया। भाविनाबेन अब तक 27 देशों में टेबल टेनिस खेल चुकी है। इस दौरान उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय मैचों में जीत भी हासिल की है। वही उनकी इस खेल की प्रतिभा को देखते हुए कर्मचारी बीमा निगम ने उन्हें स्पोर्ट्स कोटे से नौकरी देने का एलान किया। भाविनाबेन ने 3 साल पहले शादी की, उस दौरान उन्हें ससुराल वालों का भी बेहद साथ मिला जिसके चलते वह अपने खेल को आगे जारी रख सकी। फिलहाल भाविनाबेन ने अब पैरालंपिक में गोल्ड जीतने की आस जगा दी हैं।