September 30, 2024

कोलकाता HC का बड़ा फैसला, बंगाल में चुनावी हिंसा की जांच करेगी CBI और SIT

0

बंगाल ब्यूरो

पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच की मांग वाली याचिकाओं पर कलकत्ता उच्च न्यायालय ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने चुनाव के बाद हुई हिंसा में बलात्कार और हत्या की कथित घटनाओं की जांच CBI से अदालत की निगरानी में जांच कराने का आदेश दिये है।

मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ ने गुरुवार को सुनवाई के दौरान कहा कि, “हत्या और बलात्कार के सभी मामलों की जांच CBI को दी जानी चाहिए। इसके साथ ही HC ने इस मामले में CBI से छह सप्ताह में रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। इसके अलावा अन्य मामलों में कोर्ट ने एक विशेष जांच दल (SIT) बनाने के भी आदेश दिये है। अदालत ने कहा कि इस जांच में कोलकाता पुलिस आयुक्त सौमेन मित्रा और बंगाल के दो अन्य पुलिस अधिकारी इस जांच का हिस्सा रहेंगे। अदालत के कहा कि मामला बेहद गंभीर है लिहाजा इस मामले में अदालत के आदेश के बिना कोई गैरजरूरी कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए।

आपको बता दे कि 2 मई को तृणमूल कांग्रेस की सत्ता में वापसी के बाद हुई हिंसा मामले में कई याचिकाकर्ताओं ने साल की शुरुआत में HC में जांच कराने की याचिका दायर की थी। याचिका में लोगों के आरोप थे कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद जो हिंसा हुई थी, उसमें कई लोगों के साथ ना सिर्फ मारपीट की गई, बल्कि लोगों को घरों से पलायन करने के लिये मजबूर किया गया और उनकी संपत्ति को भी नष्ट कर दिया गया गया था। जिसपर कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए अब एनएचआरसी अध्यक्ष को “चुनाव के बाद हुई हिंसा” के दौरान मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोपों की जांच के लिए एक जांच समिति गठित करने का आदेश दिये थे।

एनएचआरसी ने जांच कर, अपनी रिपोर्ट में कहा कि अन्य मामलों की जांच अदालत की निगरानी में बनाई गई (एसआईटी) द्वारा की जानी चाहिए और निर्णय के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट, विशेष लोक अभियोजक और गवाह सुरक्षा योजना होनी चाहिए। समिति ने अपनी अंतिम रिपोर्ट में कहा था कि चुनाव में मिली हार के बाद सत्तरूढ़ दल द्वारा विपक्षी दल के समर्थकों के खिलाफ हिंसा की गई थी। रिपोर्ट में हिंसा से हजारों लोगों के जीवन और आजीविका में आई बाधा आर्थिक संकट का जिक्र किया है। इसके साथ ही हिंसा में पुलिस द्वारा कार्रवाई ना करने के भी आरोप लगे है। बरहाल अब इस पूरे मामले की जांच अब CBI और SIT द्वारा की जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *