कैबिनेट में जगह मिलते ही बौखलाई मीनाक्षी लेखी, किसानों को बताया मवाली

दिल्ली ब्यूरो
देश में पिछले कई महीनों से अपनी मांगों को लेकर अलग-अलग राज्यों की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को इस बार बीजेपी सांसद ने मवाली कहा है। जिसके बाद किसान नेता ने भी बीजेपी सांसद का जवाब देते हुए कहा कि वह किसान है, कोई गुंडे नहीं है। दरअसल 3 कृषि कानून बिल के खिलाफ सड़कों पर बैठे किसानों को लेकर बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने एक बयान दिया। जिसमें मीनाक्षी लेखी ने कहा कि जो लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं, वह किसान नहीं है। किसानों के पास इतना समय नहीं है, कि वह अपना खेत छोड़कर सड़कों पर आकर बैठ जाएं। यह सभी लोग अलग-अलग राजनीतिक दलों के लिए कार्य कर रहे हैं। यह लोग किसानों के हित में लाए गए तीनों बिलों को नष्ट करना चाहते हैं, ताकि किसानों को तीनों बिलों से होने वाले फायदे को खत्म किया जा सके। उसी दौरान जब पत्रकार द्वारा मीनाक्षी लेखी से 26 जनवरी को हुई घटना के बारे में पूछा गया तभी उस दौरान मीनाक्षी लेखी फिर भड़क गई। उन्होंने कहा कि आप फिर उन्हें किसान बोल रहे हैं। वह किसान नहीं है, वह मवाली हैं। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को जो कुछ भी हुआ वह एक षड्यंत्र के तहत राजनीतिक दलों द्वारा करवाया गया था। हालांकि मीनाक्षी लेखी के बयान के बाद किसान नेताओं में भी रोष देखा गया। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि किसी भी नेता द्वारा इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करना बेहद अशोभनीय है। हम किसान हैं, कोई गुंडे नहीं है। इसके अलावा किसान नेता शिवकुमार कक्का ने कहा कि अगर मीनाक्षी लेखी को हम मवाली लगते हैं, तो वह किसानों द्वारा उगाए गए अनाज को खाना बंद कर दें।