October 6, 2024

नमन सत्य न्यूज ब्यूरो

पेगासस जसूसी के गर्माते मुद्दे के बीच बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भी केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया है। ममता ने कोलकाता में शहीद दिवस कार्यक्रम के दौरान बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भगवा पार्टी “भारत को एक लोकतांत्रिक देश रखने के बजाय एक जासूसी राज्य में बदलना चाहती है। ममता ने कहा कि “हमारे फोन टैप किए जा रहे हैं। लिहाजा उन्होंने अपने फोन से अब किसी भी तरह की बात करना बंद कर दिया है। ममता ने कहा कि उन्होनें अपना फोन फिलहाल प्लास्टर कर दिया है। हम सभी लोगों को तत्काल केंद्र सरकार को भी प्लास्टर कर देना चाहिए, नही तो हमारा देश पूरी तरह से तबाह हो जाएगा। इसके आगे ममता ने कहा कि बीजेपी द्वारा देश के मुख्य लोगों की जासूसी कराने के लिए मोटी रकम दी गई। ताकि देश के मुख्य लोगों पर आसानी से नजर रखी जा सकें। ममता ने कहा कि कोरोना काल की दूसरी लहर के दौरान मोदी सरकार पूरी तरह से फेल साबित हुई। इसके आगे ममता ने बंगाल की जनता को धन्यवाद करते हुए कहा कि बंगाल की जनता ने टीएमसी को दिल खोल कर वोट दिए। इसके लिये वो बंगाल की जनता की आभारी रहेंगी। ममता ने कहा कि टीएमसी ने विधानसभा चुनावो के दौरान उन्हें और उनकी पार्टी को अनेको मुसिबतों का सामना करना पड़ा था। उस दौरान पार्टी ने बाहुबली, माफियाओं और तमाम तरह की एजेंसियों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।

16 अगस्त को ममता मनाएगी खेला दिवस

ममता ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि देश में जब तक बीजेपी रहेगी तब तक देश में खेला होता रहेगा। इसके आगे ममता ने कहा की 16 अगस्त को उनकी पार्टी ‘खेला दिवस’ मनायेगी। उस दिन वे गरीब बेसहारा बच्चों को फुटबॉल देंगे। बीजेपी ने हमारी आजादी को खतरे में डाल दिया है। फिलहाल देश की जनता की आजादी खतरे में है।

21 जुलाई को TMC हर साल मनाती है शहीद दिवस

आपको बता दे कि साल 1993 में 21 जुलाई को ममता की अगुवाई में कांग्रेस के युवा कार्यकर्ता प्रर्दशन कर रहे थे। उस दौरान कई कार्यकर्ता को पुलिस की गोली लगी थी। जिसमें 13 कार्यकर्ताओं की मौत हो गई थी। शहीद दिवस रैली तृणमूल का प्रमुख वार्षिक राजनीतिक कार्यक्रम है, जो पार्टी प्रमुख के मुख्य भाषण के लिए शहर के बीचों-बीच बड़ी संख्या में लोगों को आकर्षित करता है। यह दिन पश्चिम बंगाल युवा कांग्रेस के 13 कार्यकर्ताओं की याद में मनाया जाता है, जो 21 जुलाई, 1993 को एक तेजतर्रार युवा कांग्रेस नेता ममता के नेतृत्व में एक प्रदर्शन के दौरान पुलिस फायरिंग में मारे गए थे। तब से हर सात टीएमसी द्वारा 21 जुलाई को शहीद दिवस मनाया जाता है।

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