December 6, 2024

पुलित्जर अवार्ड से सम्मानित पत्रकार की अफगानिस्तान में हत्या

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danish murder in afganistan

नमन सत्य न्यूज ब्यूरो

अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते वर्चस्व के बीच हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। जिसके चलते चारो तरफ जंगलराज कायम होता जा रहा है। ऐसे में कंधार प्रांत में कवरेज कर रहे भारतीय फोटोजर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी की हत्या कर दी गई है। आपको बता दें कि दानिश की हत्या कंधार के स्पिन बोल्डक इलाके में झड़प के दौरान हुई। आपको बता दें कि दानिश को पुलित्जर अवार्ड से सम्मानित भी किया जा चुका है। जोकि दुनिया के बेहतरीन फोटोजर्नलिस्ट को दिया जाता है। दानिश मौजूदा वक्त में अंतरराष्ट्रीय एजेंसी रॉयटर्स के साथ काम कर रहे थे और अफगानिस्तान में जारी हिंसा की कवरेज के लिए गए हुए थे। वहीं हिंसा की कवरेज के दौरान दानिश की हत्या कर दी गई। जिसके बाद से भारतीय मीडिया जगत पर शोक की लहर है। दानिश के जाने के बाद उनके साथ काम करने वाले पत्रकारों ने उन्हें भरे मन से श्रद्धांजलि दी है। वही इंडिया टुडे के फोटो एडिटर मनदीप सिंह ने दानिश को याद करते हुए कहा कि, यह खबर सुनकर हैरान हूं, दानिश ने जिस तरह से मौजूदा वक्त में शानदार काम किया था, पूरी दुनिया का उन्होंने अपनी ओर ध्यान आकर्षित कर लिया था। इसके अलावा शिव अरूर ने भी ट्वीट कर दानिश के जाने पर श्रद्धांजलि दी है। वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी ट्वीट कर दानिश सिद्दीकी को श्रद्धांजलि दी और कहा कि दानिश अपने पीछे अपना बेहतरीन काम छोड़ कर चले गए, उनके जाने से दुखी हूं।

गौरतलब है कि 2018 में दानिश को उनकी शानदार फोटोग्राफी के लिए पुलित्जर अवार्ड से नवाजा गया था। यह अवार्ड उन्हें रोहिंग्या मामले में कवरेज के लिए मिला था। हालांकि दानिश ने अपने कैरियर की शुरुआत एक टीवी जर्नलिस्ट के रूप में की थी। लेकिन बाद में वह फोटो जर्नलिस्ट बन गए। हाल ही में दानिश ने दिल्ली हिंसा, कोरोना संकट, लॉकडाउन, ऑक्सीजन संकट के समय अनेकों जगह पहुंचकर शानदार तस्वीरें खींची थी। जिसके बाद उन्हें काफी सुर्खियां मिली और उन्ही तस्वीरों के माध्यम से लोगों तक हकीकत भी पहुंची।

आपको बता दें कि दानिश सिद्दीकी का जन्म 1980 में हुआ था और मौजूदा वक्त में वह मुंबई में रहते थे। उन्होंने अपनी पढ़ाई जामिया मिलिया इस्लामिया से की थी। वहीं उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया से एफिलेटेड Ajk maas communication research centre से पत्रकारिता की पढ़ाई की थी। उन्होंने 2010 में इंटरनेशनल न्यूज़ एजेंसी रायटर्स के साथ इंटर्न के तौर पर शुरुआत की थी और पिछले 11 साल से वह दुनिया के अलग-अलग कोने में जाकर बेहद मार्मिक और शानदार तस्वीर खींच कर लोगों तक खबरें पहुंचाते रहे। हालांकि इतनी कम उम्र में उनके चले जाने से फोटोजर्नलिज्म ने काफी कुछ खो दिया

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