कुलदीप सिंह सेंगर के करीबी को बीजेपी ने बनाया प्रत्याशी, हाल ही में पत्नी को भी बनाया था उम्मीदवार
नमन सत्य न्यूज ब्यूरो
उत्तर प्रदेश में होने वाले जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर बीजेपी अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर रहीं है। इसी कड़ी में बीजेपी ने उन्नाव से अरुण सिंह को मैदान में उतारा है। अरुण सिंह उन्नाव के माखी रेप कांड के दोषी कुलदीप सिंह सेंगर के करीबी और राज्यमंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह के दामाद है।
आपको बता दें कि उन्नाव रेप कांड के पीड़ित परिवार ने अरुण सिंह पर भी आरोप लगाया है कि, जब परिवार का एक्सीडेंट हुआ था तब अरुण सिंह भी उसमे शामिल थे, जिसके बाद अरुण सिंह को मामले में आरोपी बनाया गया था। इसके अलावा पीड़ित परिवार ने ये भी आरोप लगाया था कि कुलदीप सिंह सेंगर और उनके करीबियों ने उसे और उसके परिवार को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है।
अब ऐसे में अरुण सिंह को बीजेपी की तरफ से जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए चुनाव में उतारा गया है तो सवाल खड़े होने लाजमी है, क्योंकि एक तरफ बीजेपी कहती है कि दोषियों अपराधियों को जेल में होना चाहिए, दूसरी तरफ बीजेपी खुद उनको चुनावों में टिकट बांट रही है। ऐसे में जो भी पीड़ित होगा उसे कैसे न्याय मिलेगा? अरुण सिंह को मिले टिकट पर बीजेपी को एक बार फिर से सोचना चाहिये कि पहले भी बीजेपी ने कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर को जिला पंचायत सदस्य पद का प्रत्याशी बनाया था। हालांकि हंगामे के बाद उनका टिकट काट दिया गया था।
गौरतलब है कि उन्नाव रेप केस में कुलदीप सिंह सेंगर को दोषी पाया गया है और उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने 20 दिसंबर 2019 को सेंगर को दोषी करार देते हुए, उम्रकैद की सजा सुनाई थी साथ ही 25 लाख रुपए का जुर्माना भी ठोका था। आपको बता दें कि सेंगर को अपहरण और रेप का दोषी पाया गया था। साथ ही उन्नाव रेप कांड गहरी साजिश, हत्या और तमाम दुर्घटनाओं से भरा था जिसकी कहानी काफी खौफनाक थी।