कोरोना की त्रासदी ने छीनी घर की रोटी, 2 महीने से भूखा परिवार अस्पाल में लड़ रहा जिंदगी की जंग

अलीगढ़ संवाददाता
कोरोना काल के बीच उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से एक झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। जहां एक परिवार पिछले 2 महीने से भूखा है और एक-एक रोटी के लिए तरस रहा है, लेकिन पेट भरने के लिए परिवार को एक दाना भी नही नसीब हो रहा है। इस झकझोर देने वाली खबर ने सभी को हिला कर रख दिया है, किसी को यकीन नहीं हो रहा है कि एक महिला और उसके 5 बच्चे भूखे से तड़पते-तड़पते बीमार हो चुके है।
फिलहाल महिला और उसके बच्चों के दर्द को देखकर किसी एक परिजन ने अस्पताल में भर्ती करा दिया है, लेकिन भर्ती कराने वाले परिजनों की भी माली हालत ठीक ना होने के कारण पीड़ित परिवार की देखभाल करना उनके लिए भी बेहद मुश्किल था। ऐसे में मलखान सिंह जिला अस्पताल के वार्ड नंबर 8 में भर्ती परिवार की सूचना किसी ने एक एनजीओ को फोन पर दी। जिसके बाद एनजीओ के लोगों ने हॉस्पिटल पहुंच कर परिवार को मदद पहुंचाई। बताया जा रहा है कि इस परिवार को कुछ लोग रोटियां दे देते थे, जिसको खाकर यह परिवार गुजारा करता था। अब नौबत यहां तक आ गई थी कि इस परिवार को पिछले 10 दिनों से अन्न का एक दाना भी नहीं मिला, जिसके चलते पूरे परिवार की तबीयत खराब हो गई। आपको बता दे कि ये पूरा मामला अलीगढ़ के थाना सासनी गेट इलाके के आगरा रोड स्थित मंदिर नगला के पास का है।
गौरतलब है कि कोरोना काल में कई लोग जिंदगी से जंग हार गए तो कइयों की नौकरी चली गई, ऐसे में इस परिवार के सबसे बड़े बेटे की मजदूरी का काम भी लॉकडाउन की वजह से बंद हो गया, जिसकी वजह से आर्थिक तंगी ने परिवार को घेर लिया,वही इससे पहले महिला के पति और 5 बच्चों के पिता का निधन हो गया था, जिसके बाद से ही पूरा परिवार दर दर भटक रहा था। महिला का कहना है की उसके पति विनोद कि बीते साल 2020 में लॉकडाउन से 2 दिन पहले ही गंभीर बीमारी के चलते मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद परिवार का पेट पालन के लिए उसने एक फैक्ट्री में 4 हजार रुपए की नौकरी शुरू की, लेकिन फिर से लॉकडाउन के कारण फैक्ट्री कुछ समय बाद बंद हो गई। इसके बाद महिला ने जगह जगह काम ढूंढा लेकिन कहीं भी काम नहीं मिला वही दूसरी तरफ बेटे का भी काम बंद हो गया। जिसके बाद परिवार की हालत बेहद खस्ता हो गई। मलखान सिंह जिला अस्पताल के इमरजेंसी इंचार्ज डॉ अमित ने बताया कि काफी वक्त से भूखे एक महिला और उसके 5 बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं, जिनका उपचार जारी है, लेकिन परिवार के सभी सदस्यों की हालत फिलहाल ठीक नहीं है, 3 बच्चों की हालत क्रिटिकल कंडीशन में है, हालांकि जल्दी ही उन्हे रिकवर कर लिया जाएगा।