UP : जनता की सेहत से खिलवाड़, कोटेदारों को मिल रहा सड़ा हुआ राशन
दीपक गुप्ता, हरदोई
कोरोनाकाल में लगे लॉकडाउन के बाद योगी सरकार आमजन की आर्थिक समस्या को लेकर बेहद गंभीर है। जिसको देखते हुए योगी सरकार ने हाल ही में गरीबों के लिए कोटे से 5 किलो राशन मुफ्त देने का ऐलान किया था। वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार अपने चरम पर हैं। अधिकारी लगातार लूट-घसूट करने से बाज नहीं आ रहे। ऐसे में एक वीडियो हरदोई से सामने आया है। जहां राशन कोटेदारों को अधिकारियों की तरफ से सड़ा-गले राशन मुहैया कराया जा रहे हैं। मामला हरदोई के शाहाबाद गोदाम का है। जहां भारतीय खाद्य निगम पिहानी द्वारा कोटेदार को सड़ा हुआ राशन उपलब्ध कराया गया है। अब इस सड़े राशन को देखकर ऐसा लग रहा है कि मानो राशन भेजने वाले अधिकारी में ना तो सरकार का जरा भी खौफ है। ना ही जनता की सेहत का ख्याल। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति इस सड़े राशन को अपने घर ले जाता है और पका कर खा लेता है, तो ना सिर्फ उसके बीमार पड़ने की उम्मीद है, बल्कि इस भोजन को खाने से उसकी जान भी जा सकती हैं। बावजूद इसके सत्ता में बैठे बाबू को तो सिर्फ और सिर्फ अपनी भ्रष्ट मोटी कमाई से मतलब है। चाहे जनता कल की मरती हो तो आज मर जाए। कोटेदार द्वारा जैसे ही राशन के इन बोरो को खोला गया तो सड़े हुआ अनाज सामने आया। जिसे देखकर कोटेदार भड़क उठे। उम्मीद है कि इन तस्वीरों को देख कर ना सिर्फ राशन भेजने वालों के भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी बल्कि स्थानीय प्रशासन और प्रदेश सरकार द्वारा जनता के प्रति खिलवाड़ करने के मामले में इन दोषियों पर भी सख्त कार्रवाई भी की जाएगी।
फिलहाल इस मामले में गोदाम प्रभारी मनोज ने बताया कि भारतीय खाद्य निगम पिहानी द्वारा यह पहला मामला नहीं है। जब सड़ा हुआ राशन भेजा गया हो। इससे पहले भी अक्सर इस तरह की घटना कई बार सामने आती रही हैं। जिसको लेकर कई बार जिलाधिकारी को समस्या से अवगत भी कराया गया है। बावजूद इसके जिला अधिकारी महोदय को भी मामले में संज्ञान लेने का समय नहीं है। लिहाजा लगातार सड़ा हुआ राशन भेजा जा रहा है। मनोज ने बताया कि यह सब पूरा प्रकरण एक साठ-गांठ के तहत होता है। इसलिए बड़ी ही आसानी से सड़ा या खराब हो चुका राशन कोटेदारों को भेज दिया जाता है। फिलहाल शाहबाद गोदाम प्रभारी ने एक बार फिर मामले की जानकारी जिले के उच्च अधिकारियों तक पहुंचाई है। ऐसे में अब देखना यह होगा कि आखिरकार सड़े हुए इस राशन को देखकर अधिकारियों की नींद टूटती भी है, या फिर यूं ही बंदरबांट का खेल चलता रहता है।