December 10, 2024

दिल्ली : कंस्ट्रक्शन साइट और फैक्ट्रियां खुलने से CM से नाराज हुए व्यापारी

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दिल्ली संवाददाता

देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के प्रकोप के चलते सीएम केजरीवाल ने दिल्ली में लॉक डाउन लगाने का फैसला किया था। जिसे एक महीने से ज्यादा तक लॉक डाउन लागू रखा गया था। हालाँकि अब दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामलों मे गिरावट देखी जा रही है। तब दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने दिल्ली में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू करने का ऐलान किया है। इसी कड़ी में सोमवार  (आज) से कांस्ट्रक्शन साइट और फैक्टरियों को खोलने के आदेश दिए जा चुके हैं। हालांकि सभी बाज़ारो, मॉल्स, जिम, स्पा और स्विमिंग पूल आदि को अभी बंद रखने के आदेश है। वहीं दूसरी तरफ कांस्ट्रक्शन साइट और फैक्टरियों  खुलने के बाद अब दिल्ली का व्यपारी वर्ग में केजरीवाल से काफी नाराज है। जिसका एक नजारा दिल्ली के रोहिणी इलाके में देखने को मिला। जहां अवंतिका मार्किट के दुकानदारों और मार्किट एशोसिएशन के पदाधिकारियों में सीएम केजरीवाल के खिलाफ काफी नाराजगी जाहिर की है।

व्यापारियों का कहना है कि केजरीवाल सरकार का बाज़ारो को बंद रखने का फैसला उन लोगों की समझ से परे है। इसके साथ ही दुकानदारों ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली के व्यपारियों और दुकानदारों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे है। दुकानदारों ने कहा कि फैक्टरियों में काम करने के लिए रॉ मैटीरियल से लेकर उसमें बनने वाले समान को खरीदने और बेचने के लिए बाज़ारो की जरूरत तो पड़ेगी ही, ऐसी में जब मार्किट बंद हैं तो फैक्टरी में तैयार किया हुआ माल कहाँ बिकेगा?  वहीं अन्य दुकानदारों का कहना है कि केजरीवाल ने मजदूर और दिहाड़ी वाले मज़दूरों के आर्थिक संकट को ध्यान में रखते हुये कांस्ट्रक्शन साइट और फैक्टरियों को खोलने की अनुमति दी थी। लेकिन क्या दिल्ली की मार्किट्स की दुकानों पर मजदूर और प्रवासी लोग काम नही करते?  क्या दुकानों पर काम करने वाले लोगों के परिवार नही है? इसके आगे दुकानदारों ने कहा कि दिल्ली की एक-एक दुकानों पर कम से कम 4-5 लड़के काम करते हैं, जो इस समय बेरोजगार हो चुके हैं। बरहाल अब दिल्ली में अनलॉक की प्रक्रिया तो भले ही शुरू हो चुकी है, लेकिन ये भी सच है कि लॉक डाउन कोई स्थाई हल नही है।

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