सुप्रीम कोर्ट का केंद्र औऱ राज्यों को लॉकडाउन लगाने का सुझाव

नमन सत्य ब्यूरो
देश कोरोना के चंगुल में फंसता जा रहा है। रोजाना लोग स्वास्थ सुविधाओं के आभाव में अपनी जान गंवा रहे है। इन सबके बीच सरकार की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए है। ऐसे में लॉकडाउन ही एक ऐसा मात्र उपाय बचता है जिसमें कोरोना को कमजोर किया जा सकता है। शायद इसलिए ही देश को कोरोना की आग में झुलसता देख देश की सर्वोच्च न्यायालय ने इस मामले में दखल दी है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकारों को लॉकडाउन लगाने पर विचार करने को कहा है। कोर्ट ने कहा की देश की हालत लगातार बिगड़ रही है। ऐसे में आप देश की जनता को ध्यान में रखते हुए कोई ठोस कदम उठाए। इसके साथ ही कोर्ट ने ये भी कहा की आपको सामाजिक और आर्थिक प्रभाव पर भी विचार करने की जरूरत है। कोर्ट के इस सुझाव पर सरकारों ने कहा कि लोक कल्याण हित में हम लॉकडाउन पर विचार कर सकते हैं। जिस पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से कहा गया कि लॉकडाउन लगाने से पहले आपको यह भी सुनिश्चित करना होगा कि लॉकडाउन का सामाजिक और आर्थिक प्रभाव देश की जनता पर कम पड़े। और अगर जिन लोगों पर लॉकडाउन का असर पड़ेगा तो उनके लिए खास इंतजाम किए जाएं। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्र ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था राज्यों के परामर्श से तैयार करें। आपातकालीन ऑक्सीजन का स्टॉक और आपातकालीन ऑक्सीजन साझा करने की जगह को विभाजित करें।