यूपी पंचायत चुनाव के दौरान 577 टीचर्स की गई जान: राज्य शिक्षक संगठन

उत्तर प्रदेश में कोरोना से मची तबाही का हाल किसी से छुपा नहीं है। इसमें कई चौंका देने वाली खबरें भी सामने आ रही हैं। राज्य शिक्षा संगठन ने 2 मई को होने वाली मतगणना को टालने की मांग की है। इसके पीछे एक बड़ा और बेहद गंभीर मुद्दा बताया गया है। यूपी में 29 अप्रैल को अंतिम चरण का मतदान हो रहा है। कोरोना काल में हुए इस चुनाव के दौरान अब तक 577 बेसिक शिक्षकों की लिस्ट भेजी है जिनकी ड्यूटी पंचायत चुनाव में लगी थी और अब इनकी मौत हो चुकी हैं। यह लिस्ट सौंपने के बाद राज्य शिक्षा संगठन ने 2 मई को होने वाली मतगणना को टालने की मांग की है।

चुनाव आयोग को ओर से नहीं मिला जवाब
शिक्षकों की मौत की जानकारी के बाद मतगणना टालने के विषय में चुनाव आयोग की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया है। 71 जिलों में 577 शिक्षकों को संक्रमण के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी। जिस पर यूपी करकार की ओर से भेजे गए एस सर्कुलर में स्पेशल वर्क ऑफिसर ने सभी डीएम, एसपी और जिला निर्वाचन अधिकारी से अपने जिले में कोरोना के कारण शिक्षकों की मौत के दावे की जांच करने को कहा है। जिसकी रिपोर्ट 24 घंटे में सौंपनी होगी।