रमजान के पाक महीने की शुरुआत, पूरे माह करें अल्लाह के आगे सजदा

आज से रमजान का महीना शुरु हो गया है। दुनियाभर में रोजा रखने की शुरुआत की जा चुकी है और सभी अल्लाह से अपने किए गए गुनाहों की माफी के लिए उसके सजदे में सर झुकाकर माफी मांगते हैं। रमजान एक ऐसा महीना होता है जिसमें अल्लाह को राजी करने के लिए कुरान पढ़ने के साथ-साथ गरीब औऱ जरुरतमंद बंदों की मदद की जाती है। रमजान को नेकियों का मौसम भी कहा जाता है।

क्यों है रमजान का महीना इतना खास
मुस्लिम धारणाओं के अनुसार कहा जाता है कि इस महीने की 27वीं रात को शब-ए-कद्र में कुरान को दुनिया में उतारा गया था और इसलिए ही रमजानों में कुरान को पढना ज्यादा पाक माना गया है। तरावीह की नमाज में महीने भर कुरान पढ़ी जाती है। ताकि जिसे कुरान पढ़नी ना आती हो वो भी कुरान को सुन सकें।

मोहम्मद सल्ल ने फरमाया है कि अगर शख्स नमाज के रोजे ईमान और एहतेसाब रखे उसके पिछले सब गुनाह माफ कर दिए जाएंगे, रोजा हमें खुद पर काबू रखने की तरबियत देता है। रोजा शख्स के अन्दर पहरेजदारी पैदा करता है। रोजेदार आज से रोजा रखने की शुरुआत कर चुके हैं और मई में आने वाली ईद तक अल्लाह को मानने वाले सभी लोग रोजा रखेंगे आपको बता दें चांद दिखने के हिसाब से रमजान का महीना कभी 29 तो कभी 30 दिन का होता है।