हिंदुस्तान की मीडिया को पाकिस्तान से सीखनी चाहिए पत्रकारिता

राजनेताओं को बायकॉट कर माइक उठा ले गए पत्रकार
इस्लामाबाद
हिंदुस्तान में आपने भारतीय मीडिया को सरकार की जुबान बोलते हुए सुना होगा। जब भारतीय मीडिया के पत्रकार लिखते या बोलते हैं तो उन्हें सरकार की तरफ से किसी प्रवक्ता की जरूरत नहीं पड़ती। क्योंकि वह खुद यह काम पूरा कर लेते हैं। इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें कुछ पाकिस्तानी रिपोर्टर राजनेताओं के सामने से अपना माइक उठा ले जाते हुए नजर आ रहे हैं।
दरअसल बताया यह जा रहा है कि रिपोर्टरों का एक ग्रुप सरकार की तरफ से किसी मुद्दे पर आधिकारिक बयान लेने के लिए लंबे वक्त से इंतजार कर रहा था। जब वहां पर सरकार के हुक्मरान पहुंचे तो एक पत्रकार राजनेताओं को खरी खोटी सुनाने लगा। जिसमें पत्रकार ने मंत्री जी से कहा कि “हम पिछले 2 घंटे से आपके इंतजार में खड़े हैं। आप की सरकार में झेलम में करप्शन बेतहाशा है, लूटमार का बाजार गर्म है। तमाम सरकारी अफसरान वेलफेयर के नाम पर लूटमार कर रहे हैं। लेकिन, आपने हमें टाइम नहीं दिया और ऊपर से 2 घंटे लेट आए लिहाजा हम सभी पत्रकारों ने फैसला किया है कि हम आपका बायकॉट कर रहे हैं और हम सभी पत्रकार अपना माइक हटा रहे हैं“
नेता जी गिड़गिड़ाते रहे, पत्रकार उठा ले गए माइक
जब पत्रकारों ने नेता के सामने से माइक उठा लिया तो, उसके बाद सत्ता के हुक्मरान मीडिया के रिपोर्टर्स के आगे गिड़गिड़ाते हुए नजर आए। और बात को इग्नोर करने की गुजारिश करने लगे। हालांकि यह वीडियो पाकिस्तान के किस इलाके का है इस बात की पुष्टि अभी तक नहीं हो सकी है।