रास्ते भर कांपता रहा मुख्तार अंसारी, रोपड़ टू बांदा 900 किलोमीटर की कहानी

नमन सत्य डेस्क
उत्तर प्रदेश में एक ऐसा भी समय था जब मुख्तार अंसारी का पूरे यूपी में बदमाशी का सिक्का चलता था और वो खुले मंच से पुलिस-प्रशासन को चुनौती देता था और कहता था कि मुख्तार को पकड़ना मुश्किल ही नही नामुमकिन है। लेकिन कहते है ना कि समय की मार जब पड़ती है तो अच्छे-अच्छों को ठीक कर देती है। ठीक ऐसा ही वाक्य अब इस माफिया डॉन के साथ देखने को मिल रहा है। हम ये बात इसलिये कह रहे है क्योंकि यूपी पुलिस जब मुख्तार को पंजाब के रास्ते यूपी वापस ला रही थी। तब उस बीच माफिया डॉन डर से थर-थर कांप रहा था। मुख्तार को लगता था कि हमेशा की तरह इस बार उसके साथ भी रास्ते में कोई घटना-दुर्घटना ना घट जायें। उस बीच मुख्तार कई बार सुरक्षा में तैनात कर्मियों से ये भी पूछता रहा कि अब कहां पहुंचे। बांदा जेल तक पहुंचने में और कितना वक्त लगेगा।

900 किलोमीटर की दूरी…14 घंटे का सफर…कानपुर वाले विकास दूबे मामले का डर
27 महीने बाद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की आखिरकार यूपी वापसी हो ही गई। यूपी पुलिस मुख्तार को रोपड़ से लेकर बांदा जेल पहुंच गई। कल दोपहर 2 बजे पंजाब के रोपड़ से कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्तार अंसारी को लेकर यूपी पुलिस बांदा रवाना हुई थी। 900 किलोमीटर की दूरी का सफर 14 घंटे में पूरा कर यूपी पुलिस मुख्तार को लेकर बांदा जेल पहुंची। इस पूरे सफर में सबकी नजर टिकी हुई थी। दरअसल जिस तरीके से विकास दूबे सहित तमाम माफिया डॉन के शहर बदलने के दौरान यूपी पुलिस ने एनकाउंटर किए थे उसी का डर मुख्तार को डरा रहा था। मुख्तार का काफिला पंजाब के रोपड़ से सोनीपत, कुंडली बॉर्डर, बागपत ईस्टर्न पैरिफेरेल से नोएडा-आगरा एक्सप्रेस-वे होते हुए ताज एक्सप्रेस-वे से इटावा, औरेया, घाटमपुर, हमीरपुर होते हुए बांदा जेल लाया गया। मुख्तार अंसारी को लेकर यूपी पुलिस सुबह साढ़े चार बजे बांदा जेल पहुंची। जिसके बाद मुख्तार को सीधे बैरक नंबर 16 में आराम करने के लिए भेजा गया। सुबह 10 बजे मुख्तार का पहला कोरोना टेस्ट किया गया। मुख्तार की मेडिकल फाइल की भी जांच हो रही है. बैरक नंबर 16 में मुख्तार को फिलहाल आइसोलेशन में रखा गया है।

माफिया मुख्तार पर 52 मुकदमे
बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी पर 52 मुकदमे दर्ज हैं। जिनमें से 15 ट्रायल के फेज में चल रहें है। फिलहाल यूपी की एमपी-एमएलए कोर्ट ने मुख्तार अंसारी को 21 साल पुराने केस में तलब किया है। लखनऊ जिला जेल में अधिकारियों के साथ मारपीट के में मुख्तार अंसारी पर आरोप तय किया जाना है। इसके अलावा और भी जो मुकदमे हैं उन पर भी तेजी के साथ सुनवाई होगी।

मुख्तार कैसे पहुंचा पंजाब के रोपड जेल
योगी सरकार में जब से पुलिस द्वारा ठोकों नीति जारी है। उसके बाद यूपी से सभी गुंडे-बदमाश उत्तर-प्रदेश छोड़ने पर मजबूर है। मुख्तार के साथ भी कुछ ऐसा ही था। योगी की निरंतर कार्यवाही को देखकर मुख्तार बौखलाया हुआ था। मुख्तार को लगता था कि कहीं उसके पापों की सजा उसे यूपी पुलिस ही ना दे दें, इसी से बचने के लिए मुख्तार ने एक तरकीब निकाली और जनवरी 2019 में मुख्तार के नाम से पंजाब के बिल्डर उमंग को फोन किया गया और धमकी दी गई। बिल्डर ने आरोप लगाया था कि उससे 10 करोड़ की रंगदारी मांगी गई है। और रंगदारी ना देने पर जान से मारने की धमकी भी। इसके बाद मोहाली पुलिस ने मामले दर्ज कर बांदा कोर्ट से परमीशन ली और यूपी पुलिस ने 21 जनवरी 2019 को मुख्तार को पंजाब जाने दिया। 24 जनवरी 2019 को मुख्तार को मोहाली कोर्ट में पेश किया गया और उसके बाद मुख्तार अंसारी को पंजाब की रोपड़ जेल बंद कर दिया गया।
