बंगाल चुनाव : बीजेपी के बाद टीएमसी नेता के पास मिली ईवीएम, अधिकारी सस्पेंड

पांच राज्यों में चुनावी सरगर्मियों के बीच ईवीएम का मामला भी अपने आप में तूल पकड़ता जा रहा है। कभी बीजेपी प्रत्याशी की पत्नी की गाड़ी में ईवीएम मशीन बरामद होती है, तो कभी टीएमसी नेता के घर के बाहर ईवीएम मशीन पाई जाती है। ऐसे में कुल मिलाकर सवाल सिर्फ चुनाव आयोग पर आकर खड़ा हो जाता है, कि आखिरकार चुनाव आयोग ईवीएम मशीनों का ख्याल क्यों नहीं रख पा रहा, या फिर यह मान लिया जाए कि इसके पीछे बहुत बड़ा कोई राजनीतिक षड्यंत्र है?

असम के बाद पश्चिम बंगाल में मिली ईवीएम मशीन
आपको बता दें कि हाल ही में असम के दूसरे चरण मतदान के दौरान बीजेपी प्रत्याशी की पत्नी की निजी कार में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन बरामद हुई थी जिसके बाद चुनाव आयोग ने सफाई देते हुए कहा था कि अधिकारियों की गाड़ी खराब हो गई थी लिहाजा वह लिफ्ट लेकर मशीन को ला रहे थे। इसके बाद एक बार फिर सोमवार देर रात चुनाव आयोग कटघरे में खड़ा हो उठा, दरअसल सोमवार देर रात पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के उलूबेरिया उत्तर विधानसभा सीट से टीएमसी नेता के घर के बाहर पुलिस को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन मिलने की सूचना प्राप्त हुई थी जिसके बाद आनन-फानन में चुनाव अधिकारियों ने मशीन को अपने कब्जे में ले लिया।
मामले में बोले सेक्टर ऑफिसर, हुए सस्पेंड

ईवीएम मशीन मिलने के बाद सेक्टर ऑफिसर ने बयान देते हुए कहा कि उनके असिस्टेंट सेक्टर ऑफिसर ने उनसे अपने रिश्तेदार के यहां मशीन रखने की इजाजत मांगी थी लेकिन सेक्टर ऑफिसर को नहीं पता था कि उनके रिश्तेदार टीएमसी के नेता गौतम घोष हैं। फिलहाल सभी ईवीएम मशीन सील बंद है और चुनाव अधिकारियों ने अपने कब्जे में ले ली है। हालांकि दूसरी तरफ घटना के कुछ देर बाद ही इलेक्शन कमीशन ने मामले में कार्यवाही करते हुए तत्काल प्रभाव से सेक्टर ऑफिसर को सस्पेंड कर दिया और इसके साथ ही मामले में दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की बात कही है।