December 5, 2024
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दिल्ली ब्यूरो

सितंबर 2020 में भारत सरकार ने कृषि कानून बिल एमएसपी को देश की तीनों सदनों से पास कराने के बाद लागू कर दिया था। इस कानून के पीछे सरकार ने किसानों के हितों की रक्षा का उद्देश्य दिया था। लेकिन देश के कुछ हिस्सों में किसानों को सरकार का यह फैसला पसंद नहीं आया और देश के कई हिस्सों में सरकार और एमएसपी बिल के खिलाफ किसानों ने आंदोलन शुरु कर दिया था।

किसान आंदोलन की शुरुआत

एमएसपी बिल पास होने के बाद हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत कई अन्य शहरों में किसानों ने सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन जारी रखा और जिसका खमियाजा किसान आंदोलन में कई बार हिंसा की घटनाएं बनकर सामने आती रही है। जिसमें पुलिस कर्मियों समेत आम लोगों की भी जान भी दांव पर लगी रहती है।

एक बार फिर किसान आंदोलन में हिंसा

भारतीय उत्तर प्रदेश किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया है। राकेश टिकैत पर यह हमला राजस्थान के अलवर जिले के तातरपुर चौराहे पर हुआ है।

हमले पर विपक्षी दल एकजुट, बीजेपी पर लगाये आरोप

राकेश टिकैट के काफिले पर हमले के बाद सभी विपक्षी दलों ने एक सुर में बीजेपी पर हमला कराने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही खुद राकेश टिकैत का भी यही कहना है कि उन पर बीजेपी ने ही हमला करवाया है। वहीं इस मामले में पुलिस ने ABVP कार्यकर्ता कुलदीप यादव समेत करीब 16 लोगों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस की मौजूदगी में टिकैत पर हुआ हमला-बीजेपी

राकेश टिकैत पर हुए हमले को लेकर बीजेपी ने भी गहलोत सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि बीजेपी का इस मामले से कोई लेना देना नहीं है। मगर पुलिस का इस प्रकार से घटनास्थल पर मूक दर्शक बने रहना चिंता का विषय है।

मगर पुलिस का इस प्रकार से घटनास्थल पर मूक दर्शक बने रहना चिंता का विषय है।

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